कोरोना से निपटने में केंद्र नाकाम
Bermo: CITU के आह्वान पर गोमिया समेत पूरे राज्य में बुधवार को काला दिवस मनाया गया. इस अवसर पर सदस्यों ने गोमिया के स्वांग स्थित सीटू कार्यालय में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया. सीटू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरा होने और किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष के 6 माह पूरा होने पर 26 मई को सीटू पूरे देश में मोदी सरकार की जन विरोधी, मजदूर विरोधी और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ काला दिवस मना रही है.
लोगों को नहीं मिल रहा बेहतर इलाज
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा हमेशा व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को प्राथमिकता दिया गया. इसका परिणाम जनता भुगत रही है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर से निपटने में मोदी सरकार नाकाम रही है. आज काफी संख्या में मौतें हो रही हैं. लोगों को दवा, ऑक्सीजन, बेड और बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है. मोदी सरकार सभी को नजरअंदाज करते हुए कोरोना काल को अवसर के रूप में लेते हुए सार्वजनिक उपक्रम के निजीकरण पर जोर दे रही है. इसी दौर में आईडीबीआई बैंक को निजी हाथों में देने का फैसला किया गया, जो सही नहीं है.
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सीटू किसानों के साथ
उन्होंने कहा मजदूरों के खिलाफ चार लेबर कोड लाया गया और अन्य सार्वजनिक उद्योगों के निजीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया. कहा कि किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष का 6 माह पूरा होने पर आज काला दिवस मनाया जा रहा है. इसमें हम सभी किसानों के साथ हैं. सीटू के बोकारो जिला सचिव प्रदीप कुमार विश्वास ने कहा कि भविष्य में अगर सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण की प्रक्रिया पर रोक नहीं लगायी गयी और मजदूरों के खिलाफ बने चार लेबर कोड को रद्द नहीं किया गया तो देशव्यापी मजदूर आंदोलन का आह्वान किया जाएगा. इस कार्यक्रम में सीटू नेता श्याम बिहारी सिंह दिनकर, राकेश कुमार, विनय स्वर्णकार और केशू कुमार समेत कई लोग शामिल थे.
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