Prem Anand
Lagatar Tech : सबसे पहले समझते हैं कि Hosting क्या है. वेब होस्टिंग सिर्फ एक Storage है, जहां आप अपनी वेबसाइट का सारा डाटा रखते हैं. जब आप कोई वेबसाइट बनाते हैं, तो उसमें कंटेंट जैसे कि वीडियो, इमेज, टेक्स्ट आदि डालते हैं, ताकि Visitors को अच्छा अनुभव मिल सके. लेकिन इस Data को रखने के लिए आपको जगह की जरूरत पड़ेगी और वह जगह Hosting देती है.
वेबसाइट बिल्डर से लेकर नोटिफिकेशन की मिलती हैं सुविधाएं
डोमेन रजिस्टर करने के बाद की प्रक्रिया वेब होस्टिंग सर्विस लेना है. वेब होस्टिंग सर्विस के लिए गूगल क्लाउड होस्टिंग सबसे अच्छा होता है. यहां आपको 90 दिनों के लिए $300 (300 डॉलर) का फ्री ट्रायल मिलता है. इस होस्टिंग में आपको गूगल की तरफ से कई सर्विसेज फ्री में मिलती है. इसमें वेबसाइट बिल्डर से लेकर नोटिफिकेशन तक की सुविधाएं उपलब्ध हैं. गूगल क्लाउड होस्टिंग के बारे में अधिक जानकारी आप https://cloud.google.com पर देख सकते हैं. गूगल क्लाउड फ्री प्रोग्राम के लिए आप इस लिंक https://cloud.google.com/free/docs/gcp-free-tier#free-tier पर जायें.
WordPress वेब होस्टिंग
अगर आपको तकनीकी जानकारी कम है और कम बजट में बेहतर सर्विस चाहते हैं, तो आप wordpress को चुन सकते हैं. यहां आपको 200 रुपये प्रति महीने से लेकर 1900 रुपये प्रति महीने के हिसाब से बेहतर होस्टिंग मिलती है. wordpress का हर प्लान आपकी वेबसाइट पर आने वाली ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक को झेलने की क्षमता रखता है. किसी दूसरी होस्टिंग में ऐसी सुविधा के लिए आपको काफी पैसे खर्च करने पड़ेंगे. यहां आपको एनुअल प्लान, 50,000 वर्डप्रेस प्लगइन के साथ कई थीम फ्री में मिलते हैं. साथ ही किसी भी तरह की असुविधा होने पर आपको लाइव चैट के जरिए प्रॉब्लम सॉल्व हो जाता है.
होस्टिंग के लिए WordPress है बेहतर विकल्प
आपको फिर से बता दें कि यदि आपको तकनीकी जानकारी कम है तो WordPress आपके लिए होस्टिंग और डोमेन रजिस्टर करने का सबसे बेहतर विकल्प है. वेब होस्टिंग लेने के पहले आपको होस्टिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए. जैसे कि वेब होस्टिंग कितने प्रकार के होते हैं, वेब होस्टिंग का कंफिगरेशन क्या हो, कितने दिन के लिए खरीदना चाहिए, इत्यादि.
सर्वर कंफीग्रेशन के आधार पर कई प्रकार के होते हैं वेब होस्टिंग
बता दें कि ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर दो तरह की वेब होस्टिंग होती है. लिनक्स और विंडोज. इसमें से आप लिनक्स चुनें तो ज्यादा अच्छा होगा. सर्वर कंफीग्रेशन के आधार पर तो कई प्रकार के वेब होस्टिंग होते हैं. लेकिन मुख्य रूप से शेयर्ड वेब होस्टिंग, vps, डेडिकेटेड वेब होस्टिंग और क्लाउड वेब होस्टिंग ज्यादा प्रचलन में हैं. इन चारों के बारे हम यहां संक्षेप में आपको बताते हैं.
1.शेयर्ड वेबहोस्टिंग ( Shared Web Hosting )
Shared वेब Hosting जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि इसमें sharing होती है. shared Hosting में एक ही कंप्यूटर में कई लोगों को Storage करने दिया जाता है. मतलब एक कंप्यूटर का इस्तेमाल कई website करती हैं. इसमें होस्टेड सभी website एक ही Ram और CPU का इस्तेमाल करती है. इसी वजह से यह Hosting काफी सस्ती होती है.
यह होस्टिंग तभी तक अच्छी है, जब तक आपकी वेबसाइट नयी है या फिर डाटा कम है. लेकिन ज्यादा डाटा होने पर आपको दिक्कत हो सकती है. आपकी वेबसाइट पर यदि ज्यादा Visitor आने लगे हैं तो यह Hosting फिर उनका Load नहीं सह पायेगी. फिर आपकी वेबसाइट के साथ दूसरों की भी वेबसाइट की स्पीड Slow हो जायेगी. इसलिए Shared Website ज्यादा दिनों तक ले कर नहीं रखें. इसे जल्द बदल दें.
2.वर्चुअल प्राइवेट सर्वर ( Virtual Private Server )
Virtual Private Server भी hosting का ही एक प्रकार है. यह काफी हद तक Shared वेब hosting की तरह ही होती है. लेकिन Shared Website की तुलना में इसमें कम Drawbacsks होते हैं. Virtual Private Server में आपकी website के लिए एक Virtual Server बना दिया जाता है. इसमें भी computer एक ही होता है लेकिन उसके Physical Resource को Virtual Server में बांट कर अलग-अलग वेबसाइट को दे दिया जाता है. इस तरह की होस्टिंग का फायदा यह होता है कि आपको एक Personal Server मिल जाती है. उस server में सिर्फ आपकी website है. इसलिए बाकी Website का प्रभाव आपकी वेबसाइट पर नहीं पड़ता है.
3. डेडिकेटेड वेब होस्टिंग ( Dedicated Web Hosting)
Dedicated Web Hosting में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती है. इसमें आपको पूरी Storage दी जाती है. आपकी Website के लिए एक Physical Server यानी एक Computer होता है. यह सिर्फ आपकी वेबसाइट के Data को Store करता है. वैसे एक नार्मल वेबसाइट के लिए इस तरह की होस्टिंग की जरूरत नहीं होती है. इस तरह की वेब Hosting सिर्फ वही लेते हैं, जो Commercial पर्पस के लिए बनी है. जिसकी ट्रैफिक रोजाना लाखों में होती है.
4. क्लाउड वेब होस्टिंग
आजकल सबसे ज्यादा चलन क्लाउड वेब होस्टिंग (Cloud Web Hosting) की है. इस Hosting की खासियत यह है कि चाहे आपकी site पर कितना भी ट्रैफिक आ जाये, पर website कभी डाउन नहीं होगी. Cloud Web Hosting कोई Physical server नहीं है. कई Virtual Servers मिलकर एक Compound Server बनाते हैं, जिसे Cloud Web Hosting कहा जाता है. Cloud Web Hosting कोई एक सर्वर नहीं बल्कि Servers का एक समूह है, जो सभी मिलकर Website को संभालते हैं. इसके अलावा भी कई वेबसाइट है जहां आप होस्टिंग ले सकते हैं. इसमें से ज्यादातर वेबसाइट होस्टिंग से साथ डोमेन रजिस्टर की भी सुविधा देती है.
नीचे दिये गये किसी भी वेबसाइट से खरीद सकते हैं होस्टिंग
- blue host ( bluehost.com )
- big rock ( bigrock.com )
- hostinger ( hostinger.com )
- inter server ( interserver.net )
- fast comet ( fastcomet.com )
- host amada ( hostamada.com )
- cloud ways ( cloudways.com )
- host winds ( hostwinds.com )
- a2 hosting ( a2hosting.com )
- host gator ( hostgator.com )
- verpex ( verpex.com )
- kamatera ( kamatera.com )
- webdock ( webdock.com )
- chemicloud ( chemcloud.com )
- go daddy ( godaddy.com )
- hosting papa ( hostingpapa.in )
- unlimitedgb ( unlimitedgb.com )
- silicon house ( siliconhouse.net )
अब तो आपको समझ में आ गया होगा कि गूगल क्लाउड या वर्डप्रेस क्यों बेहतर है. टेक लगातार के अगले पोस्ट में हम बतायेंगे कि होस्टिंग लेने के बाद डोमेन और होस्टिंग को कांफिगर कैसे करें और कैसे वेबसाइट बनाना शुरू करें.