Gumla: रांची से बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल बिशुनपुर के गुरदरी गांव पहुंचा और गैंगरेप की घटना की जानकारी ली. नेताओं ने गुमला कोर्ट परिसर में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार दोनों नाबालिग बच्चियों और उनके परिजनों से भी मुलाकात की. प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश समेत दूसरे बीजेपी नेताओं ने चार घंटे तक कोर्ट परिसर में बैठकर पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाकर पीड़िताओं का बयान दर्ज कराया. दीपक प्रकाश ने कहा कि यह एक अमानवीय घटना है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए वो कम है. यह घटना सभी के मन को तकलीफ देने वाली है. यह घटना पूरे समाज को झकझोरने वाली है. बीजेपी इस घटना की घोर निंदा करती है.
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सरकार मूकदर्शक बनकर देख रही है कुकर्म
उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में बीजेपी पीड़िता और उनके परिवार वाले के साथ खड़ी है. राज्य सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि 19 महीने की सरकार में लगभग 3100 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना हुई है. राज्य में महिलाओं के साथ लगातार बलात्कार की घटना हो रही है और जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी की सरकार मूकदर्शक बन कर यह कुकर्म देख रही है. उन्होंने कहा कि इस सरकार में राज्य की विधि व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है. सरकार सिर्फ ट्रांसफर-पोस्टिंग और अवैध उगाही में लगी हुई है. राज्य की जनता भगवान भरोसे है.
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फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से हो मामले की सुनवाई
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस घटना को लेकर उच्च स्तर के पदाधिकारी से बात कर बच्चियों की 164 बयान दर्ज किया. उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि इस केस की फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुनवाई हो और जल्द से जल्द अपराधियों को सजा मिले, ताकि बच्चियों को न्याय मिल सके. उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना पर संवेदनशीलता का परिचय देते हुए पीड़ितों को न्याय करने का काम करे. बच्चियों के परिवार की परवरिश राज्य सरकार करे. साथ ही इन बच्चियों की सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान पुनः कायम हो. साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा व एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले.
डेलीगेट में ये थे शामिल
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, प्रदेश मंत्री मुनेश्वर साहू, अशोक बड़ाईक, एसटी मोर्चा अध्यक्ष शिवशंकर उरांव शामिल थे. इसके अलावा गुमला से जिला अध्यक्ष अनूप अधिकारी, सविंद्र सिंह, किरण माला बाड़ा, यशवंत सिंह, देवेंद्र उरांव, भूपेन साहू, निर्मल कुमार, रामावतार भगत, रविन्द्र सिन्हा, पायल तिवारी और सोनमणि देवी मौजूद थे.