Gumla: लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती बना 15 लाख का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव मुठभेड़ में मारा गया. बता दें कि गुरुवार की सुबह जिले के नक्सल प्रभावित कुरुमगढ़ थाना मड़वा-केरागानी जंगल में माओवादी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. दोनों ओर से गोलीबारी हुई. नक्सल प्रभावित कुरुमगढ़ थाना मड़वा-केरागानी जंगल में पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई. इस दौरान दोनों ओर से गोलीबारी हुई. इसमें 15 लाख का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव मारा गया.
बुद्धेश्वर गुमला थाना क्षेत्र के गबड़ा खटंगा पाकरटोली का रहने वाला था. एसपी ने एसपी हरदीप पी जनार्दन ने पुष्टि करते हुए कहा कि मारा गया नक्सली की शिनाख्त बुद्धेश्वर उरांव के रूप में हुई है.
बुद्धेश्वर उरांव के दस्ते के साथ मुठभेड़
मड़वा-केरागानी जंगल में 15 लाख रुपया इनामी हार्डकोर नक्सली बुद्धेश्वर उरांव के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई. पुलिस के वरीय अधिकारी को गुप्त सूचना मिली थी कि बुद्धेश्वर उरांव किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए मड़वा-केरागानी जंगल में अपने दस्ते के साथ मौजूद है. सूचना के आलोक में सुरक्षाबलों के द्वारा सर्च अभियान चलाया गया. सर्च अभियान के दौरान ही माओवादियों ने सुरक्षाबलों को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में नक्सली बुद्धेश्वर मारा गया.
एक दर्जन से अधिक मुठभेड़ में बच निकला है बुद्धेश्वर उरांव
15 लाख इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था. बुद्धेश्वर उरांव मूल रूप से गुमला जिले के गुमला थाना क्षेत्र के गबड़ा खटंगा पाकरटोली का रहने वाला था. बता दें कि नक्सली बुद्धेश्वर पूर्व में पुलिस के साथ हुए एक दर्जन से अधिक मुठभेड़ में बच निकला था. पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए खोज रही थी. लेकिन हर बार वो भागने में सफल रहता था. हार्डकोर नक्सली बुद्धेश्वर उरांव अपनी सुरक्षा के लिए जंगलों में IED बम बिछा रखा है.
बुद्धदेव पर दर्ज हैं 109 मामले
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आपको बता दें कि मारे गए नक्सली बुद्धेश्वर उरांव के ऊपर कुल 109 मामले दर्ज हैं. जिनमें गुमला में 81, सिमडेगा में 16 लोहरदगा में 04, लातेहार में 06 और गढ़वा जिले में 02 मामले दर्ज हैं. बुद्धेश्वर उरांव के पास से एके 47, आईईडी, समेत कई अन्य सामान बरामद हुए हैं.