अतिक्रमण हटाने का स्थानीय लोगों ने किया विरोध
Hazaribagh : हजारीबाग जिला प्रशासन ने बुधवार को 30 से 40 एकड़ सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया. कटकमदाग के सीओ शशि भूषण सिंह दल-बल के साथ मौजा सिरसी, डामोडीह व खपरियावां के पंचशील इलाके में भू-माफिया द्वारा कब्जाए सरकारी जमीन पर बुलडोजर चलाया. पूरी बाउंड्री को तोड़ दिया.
जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन पर नोटिस बोर्ड भी लगाया कि यह जमीन सरकारी और गैरमजरूआ खास है. इसके बावजूद भू-माफियाओं ने वहां जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था. इतना ही नहीं फर्जी तरीके से जमीन बेच भी दी गई. वहां अब घर बनकर तैयार हो गया है, जहां लोग रह भी रहे हैं. ऐसे में घरों को छोड़कर रैयती पड़ी हुई जमीन जहां चहारदीवारी की गई थी, उसे तोड़ दिया गया. इसके पहले भी सिरसी मौजा को लेकर आवाज उठते रहे हैं कि यहां अवैध रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. लेकिन प्रशासन ने कदम नहीं उठाया, जिस कारण यहां कई बड़े-बड़े भवन बन कर तैयार हो गए हैं.
स्थानीय लोगों ने किया विरोध
बुलडोजर चलाने के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. कटकमदाग की बीडीओ शालिनी खलखो, सीओ शशि भूषण सिंह समेत काफी संख्या में पुलिस बल की उपस्थिति में सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध किया और बताया कि उन लोगों को किसी तरह का नोटिस नहीं दिया गया. ऐसे में कटकमदाग सीओ शशि भूषण सिंह ने बताया कि कई बार नोटिस भेजा जा चुका है और कई लोगों पर एफआईआर भी दर्ज किया गया है. आज कार्रवाई करते हुए यह कदम उठाया गया है.
सरकारी बोर्ड के बावजूद किया गया अतिक्रमण, सीओ ने दी कार्रवाई की चेतावनी
कटकमदाग सीओ ने बताया कि सरकारी बोर्ड लगाने के बावजूद अतिक्रमण किया गया. ऐसे में भू-माफियाओं का मन बढ़ा हुआ है. जिला प्रशासन के आदेश पर वे लोग सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए पहुंचे हैं. साथ ही यह चेतावनी देते हैं कि अगर भविष्य में कोई भी व्यक्ति सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करेगा, तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी.
उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने घर बना लिया है, उस पर सर्वे का काम चल रहा है. उनपर अतिक्रमण वाद चलाया जाएगा और आदेश आने के बाद घर को भी ढाह दिया जाएगा. पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि रसूखदार हो या आम जनता अगर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया जाएगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. न्याय सबके लिए समान है.
तीनों मौजा की जमीन पर है पाबंदी
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या जिस जमीन पर अतिक्रमण किया गया है, उसकी रजिस्ट्री रोकी गई है या नहीं, तो उन्होंने बताया कि तीनों मौजा की जमीन पर पाबंदी लगी हुई है और रजिस्ट्री भी रुकी हुई है.
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