Gaurav Prakash
Hazaribagh: देशभर में कुशल ड्राइवरों की कमी है. इसे देखते हुए अब भारत सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हर एक जिले में ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोला जाए. इसके लिए अब जोर-शोर से तैयारी भी चल रही है. कोई भी व्यक्ति अपने जिले में ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोल सकता है. इंस्टीट्यूट खोलने के लिए सरकार उसे एक करोड़ रुपए सब्सिडी भी देगी. इस बात की जानकारी पिछले दिनों आए रवींद्र तिवारी ने दिया था.
रवींद्र तिवारी राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं. उन्होंने बताया कि पूरे देश में दुर्घटना की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इस कारण कुशल ड्राइवरों की मांग बढ़ी है. इसे देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है. इससे दो फायदे होंगे. पहला तो कुशल ड्राइवर तैयार होंगे, तो दूसरी ओर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जो दबाव विभाग पर होता है, वह भी कम होगा. उन्होंने हजारीबाग में आम लोगों से अपील भी की है कि अगर कोई व्यवसाई की इच्छा है, तो वह ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोले सकते हैं, उन्हें सरकार भरपूर मदद करेगी.
हजारीबाग में खुल चुका है झारखंड मोटर व्हीकल ट्रेनिंग स्कूल
हजारीबाग जिले में झारखंड मोटर व्हीकल ट्रेनिंग स्कूल का उद्घाटन पिछले दिनों किया गया. जिले का यह पहला ट्रेनिंग स्कूल है, जहां दूसरे राज्यों के लोगों को भी भारी वाहनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इससे भारी वाहन के चालकों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इससे पहले धनबाद में इसकी सेवा लोगों को मिल रही है. सर्टिफिकेट के लिए पूरे झारखंड के लोगों को वहां जाकर ट्रेनिंग लेनी पड़ती है, तब जाकर सर्टिफिकेट मिलता है.
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