Hazaribagh : जिस बीआरसी बरही के कंप्यूटर ऑपरेटर सह लेखापाल संजय राणा का प्रभार छिन कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चुरचू के लेखापाल प्रेमचंद राम को देने का आदेश दिया गया, उसी लेखापाल संजय राणा को फिर से प्रभार देने की तैयारी चल रही है. दिलचस्प बात यह है कि यह कंप्यूटर ऑपरेटर सह लेखापाल संजय राणा डीइओ के आदेश पर भी भारी पड़ रहा है. डीइओ ने उसे प्रभार सौंपने के लिए कई बार आदेश पत्र निकाला, लेकिन लेखापाल ने इचाक का प्रभार नहीं सौंपा. लेखापाल संजय राणा बरही बीआरसी में कार्यरत हैं. उन्हें इचाक और पदमा का प्रभार सौंपा गया था. साथ ही तीनों जगह उपस्थिति सुनिश्चित कराने का आदेश दिया गया था. लेकिन उसने बरही छोड़ कहीं अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई. ऐसे में उसे शोकॉज किया गया, जिसमें उसका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया.
इसे पढ़ें-दरभंगा: रफ्तार का कहर, परीक्षा देने जा रहे तीन छात्रों को बस ने मारी टक्कर, एक की मौत, 2 घायल
ऐसे में उसे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चुरचू के लेखापाल प्रेमचंद राम को प्रभार देने का आदेश दिया गया है. दरअसल, राज्य परियोजना की निदेशक किरण कुमारी पासी के निर्देशानुसार, अगर कहीं बीआरसी में पद रिक्त है, तो वहां कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर सह लेखापाल को प्रभार दिया जाए.
इस मामले में बताया जा रहा है कि संजय राणा ने न तो इचाक और पदमा का अपना प्रभार छोड़ा और न ही कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चुरचू के लेखापाल प्रेमचंद राम को प्रभार सौंपा है. ऐसे में डीइओ के आदेश की सरासर अवहेलना बताई जा रही है.
इसे भी पढ़ें-BREAKING : निलंबित IAS पूजा ने ED कोर्ट में किया सरेंडर
इधर, आरजेडीई सुमनलता टोपनो बलिहार ने भी कंप्यूटर ऑपरेटर सह लेखापाल संजय राणा के मामले पर संज्ञान लिया है. आरजेडीई से झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव कुमार सतपाल ने शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि संजय राणा को इचाक बीआरसी का प्रभार नहीं छोड़े जाने का खेल डीइओ कार्यालय से खेला जा रहा है. आरजेडीई ने डीइओ से कंप्यूटर ऑपरेटर सह लेखापाल संजय राणा से संबंधित जांच प्रतिवेदन मांगा है.