Hazaribag : जिला के इचाक प्रखंड स्थित गोबरबंदा पंचायत के वार्ड नंबर-6 के डीलर के खिलाफ कार्डधारी गोलबंद हो गए. उन्होंने डीलर पर आरोप लगाया कि वह राशन में कटौती करते हैं. फिर समूह बनाकर सभी एसडीओ कार्यालय आवेदन देने पहुंच गए. इस बीच लाभुकों ने नहीं चलेगी मनमानी के नारे भी बुलंद किए.
एसडीओ को आवेदन देने वाले लाभुकों में गोबरबंदा की संध्या देवी, अनीता देवी, रुक्मणी देवी, ललिता देवी, संगीता देवी, मधु देवी, जयंती देवी समेत दो दर्जन महिला कार्डधारी थी. सभी ने बताया कि सरकार कोविड काल के समय से मुफ्त में अनाज दे रही है. लेकिन डीलर प्रत्येक कार्डधारी से अनाज की कटौती कर ले रहा है. एक कार्ड में पांच परिवार का नाम है, तो 25 किलो चावल की जगह 20 किलो ही दे रहा है.
बताया कि डीलर मनवाने तरीके से काम करना चाहता है. वह अक्टूबर का चावल नहीं देकर नवंबर का दे रहा है और दो महीने का अंगूठा लगवा रहा है. सही बात का विरोध करने पर भी वह सुनने को तैयार नहीं है. सभी डीलर अपना यूनियन बनाकर चावल गोलमाल करने का खेल कर रहे हैं. महिलाओं ने कहा कि हम कार्डधारी डीलरों का खेल समझ चुके हैं. इनकी मनमानी अब नहीं चलने देंगे. अपने हक के लिए आवाज बुलंद करते रहेंगे. डीलरों को पूरा अनाज सरकार के आदेश के अनुसार देना होगा.
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मुखिया ने दी मामले की जानकारी
गोबरबंदा पंचायत के मुखिया रंजीत मेहता ने बताया कि दो साल पहले गांव के लोगों ने ही प्रति कार्डधारी आधा किलो चावल काटने की बात कही थी. अब कोविड खत्म होने के बाद कुछ लाभुक पूरा चावल लेना चाह रहे हैं. उस डीलर को हटाना चाहते हैं. डीलर से पूछे जाने पर कहता है कि ऊपर 18 हजार रुपए पहुंचाना पड़ता है. इसी कारण लाभुकों का अनाज काटते हैं.
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