Keredari : केरेडारी की चट्टीबारियातु कोल माइंस परियोजना में ट्रांसपोर्टिंग को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. केरेडारी थाना में तीन अलग-अलग मामले दर्ज होने के बाद भू-रैयतों ने कहा कि एनटीपीसी कंपनी की ओर से आज तक जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया है. कंपनी ने जबरन जमीन हथिया लिया और उसके बाद झूठा मुकदमा भी दर्ज करा दिया है. एकजुट भू-रैयतों ने बैठक कर कंपनी के कार्यों की निंदा की और कहा कि कंपनी अपना रोड बनाए, निजी जमीन से ट्रांसपोर्टिंग नहीं होने देंगे. रैयतों ने कहा कि एनटीपीसी उन्हें डराने का काम कर रही है. बिना मुआवजा व अन्य सुविधाएं दिए ऊपर से झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया.
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भू-रैयतों ने बयां की अपनी व्यथा
भू-रैयत उदय प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एनटीपीसी ने उनलोगों पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया है. उन्होंने न तो किसी कंपनी की गाड़ी रोकी है और न कोई बातचीत की है. भू-रैयत शंकर गुप्ता ने कहा कि एनटीपीसी सबसे पहले अपना रोड बनाए, यह जनता के चलने के लिए सड़क है, इसमें ट्रांसपोर्टिंग नहीं करे. जोरदाग गांव के भू-रैयत सुरेश ने बताया कि एनटीपीसी उनकी जमीन में जबरन सड़क बना दी है और कोई मुआवजा नहीं दिया गया. इसलिए अपनी जमीन में उन्होंने घर बना लिया है. जोरदाग के भू-रैयतों ने एक स्वर में कहा कि अगर एनटीपीसी झूठे मुकदमे को वापस नहीं लेती है, तो वे लोग उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होंगे.
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थाना प्रभारी ने दी मुकदमे की विस्तृत जानकारी
वहीं केरेडारी थाना प्रभारी साधन चंद्र गोराई ने बताया कि इस केस में एसडीपीओ ने मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की थी. केस में जांच-पड़ताल की जा रही है. एनटीपीसी की ओर से तीन फरवरी को चट्टीबारियातु परियोजना से कोयला परिवहन के लिए अधिकृत जय अंबे रोड लाइंस के मैनेजर चंदन गिरी की लिखित शिकायत पर केरेडारी थाना में कांड संख्या 22/2023 धारा 143, 341, 323, 427, 504 एवं 506 भादवि के तहत कुल 14 नामजद आरोपी बनाए गए हैं. चट्टीबारियातु महाप्रबंधक विश्वमोहन सिंह की लिखित शिकायत पर कांड संख्या 21/2023 धारा 143, 341 एवं 353 भादवि के तहत कुल 40 नामजद अभियुक्त और चार फरवरी को चट्टीबारियातु परियोजना से ट्रांसपोर्टिंग प्रारंभ के लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर दंडाधिकारी के रूप में पदस्थापित नीलेश कुमार के लिखित शिकायत पर कांड संख्या 20/2023 धारा 143, 341,188, 323, 427, 353 एवं 506 के तहत कुल 46 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है.