Suraj Kumar
Hazaribagh: हजारीबाग के सबसे बड़े प्रखंड चौपारण में हर माह करीब 43 लाख रुपये का अनाज घोटाला हो रहा है. यह अनाज लाभुकों के खाते की जगह जनवितरण प्रणाली के डीलर के पास ही रह जाता है. सारा खेल माप-तौल के गोरखधंधे से जुड़ा है. चौपारण प्रखंड में 132 डीलर 29,343 कार्डधारियों के लिए प्रतिमाह अनाज की आपूर्ति करते हैं. डीलर पत्थर और ईंट लगाकर माप-तौल की मशीन से पर्ची निकाल रहे हैं. ऐसे में प्रति कार्डधारी पांच किलो कम राशन मिल रहा है. इस तरह जनवितरण प्रणाली में भारी अनियमितता बरती जा रही है.
जानिए कैसे हो रहा अनाज का माप-तौल
जनवितरण प्रणाली के कुछ दुकानदार अनाज की कालाबाजारी को रोकने के लिए सरकार की ओर से लाई गई नई मशीन से नायाब गोरखधंधा कर रहे हैं. दुकानदारी नेटवर्क नहीं पकडने की दुहाई देकर ई-पास मशीन से पर्ची निकालने के लिए अनाज की बजाय ईंट और पत्थर का इस्तेमाल कर रहे हैं. पर्ची निकालने के बाद कार्डधारी को कम-से-कम पांच किलो कम अनाज दिया जा रहा है. बीते रविवार को एक जागरूक कार्डधारी ने इस मामले का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया. इसमें स्पष्ट रूप से अनाज की बजाय डीलर ईंट और पत्थर का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. यह मामला चौपारण प्रखंड की डेबो पंचायत से सामने आया है. वहां के डीलर कार्डधारियों को गांव से चार किमी दूर भटबिगहा कारीपहरी स्थित अपनी निजी दुकान पर बुलाकर केवल पर्ची निकालने का काम खुलेआम कर रहे हैं. फिर डीलर ने बाद में अनाज वितरण करने की बात कही. इधर ग्रामीण बाद में कम अनाज मिलने की शिकायत करते नजर आए. पूरा मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसके विरोध में लाभुकों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है. ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच और डीलर पर कार्रवाई की मांग की है.
डीसी से भी की गई शिकायत
प्रखंड में जनवितरण प्रणाली में मची लूट की शिकायत पिछले सप्ताह ही प्रखंड प्रमुख पूर्णिमा देवी और भाजपा जिला महामंत्री सुनील साहु ने उपायुक्त से अलग-अलग भेंटकर की थी. प्रमुख ने उपायुक्त से जनवितरण प्रणाली में मची लूट की जांच कर कार्रवाई की मांग भी की थी. वहीं भाजपा नेता सुनील साहु ने प्रति कार्डधारी पांच किलो कम अनाज दिए जाने की लिखित शिकायत की है.
ऐसे जानिए घपले का हिसाब
चौपारण प्रखंड में 29 हजार से अधिक कार्डधारी हैं. एक किलो अनाज का बाजार मूल्य 25 से 30 रुपए हैं. ऐसे में पांच किलो कम अनाज के हिसाब से हर माह लगभग 43 लाख रुपए के गबन का पूरा मामला बनता है.
समस्याओं को सुननेवाला कोई नहीं, एमओ ने कहा : होगी जांच
चिंता की बात यह है कि प्रखंड में जनवितरण प्रणाली के लाभुकों की समस्याओं को सुनने और समाधान के लिए सरकारी कर्मी की कमी है. बीते कई सालों से एमओ और एजीएम के पद खाली हैं. दोनों पद प्रभार में चल रहे हैं. बीते माह बीसीओ भूपनाथ महतो का तबादला हो गया. अब प्रतिनियुक्त बीसीओ कारू राम को बीसीओ के साथ एमओ और एजीएम का पद संभालना पड रहा है. इन दिनों वे वैवाहिक कार्यक्रम की वजह से अवकाश पर हैं. उन्होंने फोन पर बताया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी.
मुख्य बातें
अक्तूबर 2022 में आवंटन : चौपारण में कुल डीलर 132 और कुल कार्डधारी 29054 हैं.
कुल आवंटन (एनपीएसए) : चावल- 6,20,696 किलो और गेहूं-1,53,389 किलो
पीएमजीकेएवाई : चावल – 5,31,061.25 किलो और
गेहूं – 1,75,953.75 किलो
नवंबर 2022 का आवंटन : कुल कार्डधारी -29343
एनपीएसए : चावल- 6,23,188 किलो और गेहूं – 1,54,012 किलो
पीएमजीकेएवाई : चावल- 5,32,335 किलो और
गेहूं – 1,76,645 किलो
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