Keredari : एनटीपीसी चट्टीबारियातु कोल माइंस केरेडारी से आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को ट्रांसपोर्टिंग का कार्य रोक दिया. वहीं कोयला लोड करने जा रहे लगभग दर्जनों वाहनों को रैयतों ने खदेड़ दिया. दरअसल चट्टीबारियातु, जोरदाग और पगार गांव के विस्थापितों का कहना है कि जब तक एनटीपीसी रैयतों की मांग पूरी नहीं करेगी, तब तक ट्रांसपोर्टिंग का कार्य बाधित रहेगा. रैयतों ने कहा कि एनटीपीसी बहुत आसान तरीके से चट्टीबारियातु में कोयला खनन कार्य की शुरुआत की. लेकिन अब तक यहां के रैयत खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. रैयतों ने कहा कि यहां के अधिकारियों ने ग्रामीणों की निजी जमीन पर सड़क बना गांव के ही कुछ दबंगों के साथ मिल कर कोयला ट्रांसपोर्टिंग करना चाहती है. वहीं महिलाओं ने कहा कि वे लोग अपना अधिकार मिल कर और लड़ कर लेंगे. किसी राजनीतिक पार्टी की जरूरत नहीं है और जब तक यहां के युवाओं और महिलाओं को रोजगार नहीं मिल जाता, तब तक ट्रांसपोर्टिंग हरगिज नहीं होने देंगे. वही भीड़ को पुलिस समझाती दिखी.
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कोयला डिस्पैच होने दें, सारी सुविधाएं रैयतों तक पहुंचेगी : जीएम
इस संदर्भ में एनटीपीसी चट्टीबारियातु कोल माइंस के जीएम विश्व मोहन सिंह ने कहा कि ग्रामीण कोयला डिस्पेच होने दें, एनटीपीसी की सारी सुविधाएं रैयतों तक पहुंचेगी.
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