Gaurav Prakash
Hazaribagh: आजादी के अमृत महोत्सव को सफल बनाने में महिलाएं भी लगी हैं. वे सिर्फ झंडा ही नहीं बना रही हैं, बल्कि चार अगस्त से विभिन्न कार्यक्रम कर गांव के लोगों को जागरूक भी कर रही हैं. साथ ही यह बता रही हैं कि हमने आजादी बड़े ही संघर्ष से प्राप्त किया है. इसमें बरही प्रखंड की बेंदगी गांव की लगभग 30 महिलाओं के समूह ने 10000 तिरंगा झंडा बनाया. साथ ही अपने आसपास के लोगों को घूम-घूम कर बताया कि आजादी की वर्षगांठ हम सभी देशवासियों के लिए खास है.
आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तक तिरंगा अभियान को लेकर कई जगह स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तिरंगा झंडा बना रही हैं. वे बाजार में उपलब्ध करा रही हैं. यही नहीं प्रशासन की ओर से महिलाओं से झंडा बनवाया गया है. ऐसे में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर तिरंगा झंडा बनाया. वहीं बरही की अंजू देवी की टीम 10 हजार झंडा बनाया ही साथ ही चार से 10 अगस्त तक कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया. चार अगस्त को महिलाओं की ओर से अपने गांव में जागरुकता अभियान चलाया गया. पांच को भी जगह-जगह महिलाएं हर-घर तिरंगा के बारे में लोगों को बताया. यही नहीं छह अगस्त को साइकिल जुलूस, सात अगस्त को पेंटिंग कंपीटिशन, आठ अगस्त को तिरंगा झंडा से जुड़ी क्विज प्रोग्राम, नौ अगस्त को भाषण प्रतियोगिता और 10 अगस्त को गांव के जनप्रतिनिधियों मुखिया, पंचायत सदस्य को तिरंगा झंडा उपहार स्वरूप दिया. वहीं लोगों को झंडे से जुड़ी कुछ बातों से अवगत कराया गया. 11 अगस्त को हजारीबाग डीसी को झंडा सौंपा गया. 12 अगस्त को बच्चों को जानकारी दी गई कि 13 को हर घर में तिरंगा लगाया जाएगा. यही नहीं 14 अगस्त को वैसा घर जहां तिरंगा नहीं लगा है, वहां जाकर झंडा लगाने का तैयारी है.
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DC नैंसी सहाय ने भी इन महिलाओं को उनके प्रयास सराहना की. कहा कि महिलाएं झंडा बना रही हैं और अपने क्षेत्र के लोगों को जागरूक भी कर रही हैं. यह काबिले तारीफ है. हमारे जिले में सखी मंडल ने जिस तरह से सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को गति देने का काम किया है. इसे लेकर सभी को भी ढेर सारी शुभकामनाएं. अंजू देवी बताती हैं कि उनलोगों ने बड़ी मेहनत और शिद्दत से तिरंगा झंडा बनाया है. उन लोगों ने कोशिश की है कि बहुत ही कम पैसे में झंडा बनाएं. इसमें कमाई की बात नहीं है. यह मौका उन लोगों को प्रशासन की ओर से दिया गया. इसके लिए वे लोग शुक्रगुजार हैं.
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