Dumka: झारखंड की उपराधानी दुमका से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वह झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती हैं. लाख दावों के बावजूद ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होती नहीं दिख रही है. ताजा मामला जामा प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव की है जहां मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे खटिया के सहारे सात किमी तक पैदल ले जाना पड़ा. इस दौरान वह असहाय दर्द से गुजर रहा था.
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बदीया पंचायत के जरुआडीह बाराटीकर की आदिवासी महिलाओं को गांव में सड़क नहीं होने के कारण प्रसव काल में भारी दर्द झेलना पड़ता है. मुख्य सड़क से कई किलोमीटर तक संपर्क नहीं रहने के कारण जच्चा-बच्चा की सलामती भगवान भरोसा रहती है. गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंचने की हालत में बीमार लोगों को मेडिकल सहायता के लिए खटिया पर उठा कर मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है. गांव के लोगों का कहना है नेताओं को फरियाद लगाते-लगाते थक गए पर सड़क की हालत में सुधार नहीं हुई है.
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