NewDelhi/Kolkata : त्रिपुरा हिंसा को लेकर SC में आज सुनवाई होगी. ममता बनर्जी सोमवार को दिल्ली पहुंच गयी हैं.. बता दें कि टीएमसी सांसद पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं. त्रिपुरा हिंसा को लेकर गहमागहमी जारी है. ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि त्रिपुरा में अराजकता का माहौल है. लोग खुलेआम खंजर और लाठियां लेकर घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे सांसद गृह मंत्री से मिलना चाहते हैं, हालांकि मैंने उनसे गृह मंत्रालय के सामने धरना देने से मना किया था.
टीएमसी नेताओं ने गृह मंत्रालय के बाहर धरना दिया
सायोनी घोष को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया था
बता दें कि त्रिपुरा में टीएमसी नेता शायनी घोष की गिरफ्तारी के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के कई नेता दिल्ली पहुंचे. टीएमसी नेताओं ने गृह मंत्रालय के बाहर धरना दिया. एक दर्जन से अधिक सांसद रविवार को दिल्ली आये हैं टीएमसी की युवा शाखा की प्रमुख सायोनी घोष को त्रिपुरा पुलिस ने हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया था. हालांकि शायनी घोष को जमानत भी मिल गयी थी.
पार्टी के नेता त्रिपुरा में कथित हिंसा पर रिपोर्ट देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय लेना चाहते थे, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया. ममता ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात होनी है. वे बीएसएफ के मुद्दे पर भी बात करेंगी. इस क्रम में ममता ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि त्रिपुरा में लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. ऐसे में मानवाधिकार भी कहीं नजर नहीं आ रहा.
भाजपा शासित राज्यों में लोकतंत्र खतरे में है
ममता बनर्जी ने कहा कि त्रिपुरा में अत्याचार हो रहा है. भाजपा शासित राज्यों में लोकतंत्र खतरे में है. कहा कि शायनी जैसी कलाकार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, उसके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी त्रिपुरा गये हैं, वहां अत्याचार हो रहे हैं. वहां पर इलाज तक नहीं करने दे रहे. अब ह्यूमन राइट्स कमीशन(मानवाधिकार आयोग) कहां गया.
त्रिपुरा नगर निगम के चुनावों में हिंसा को लेकर टीएमसी (TMC) की अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होनी है. टीएमसी ने याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट को आदेशों को बावजूद त्रिपुरा में चुनावों को दौरान हालात खराब हो रहे हैं. बता दें कि त्रिपुरा में चुनाव को लेकर टीएमसी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य प्रशासन और पुलिस को त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष नगर निगम चुनाव कराने को कहा था.
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हमला करने वालों को गिरफ्तार नहीं किया
अगरतला पहुंचे एआईटीसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि शायनी ने कुछ नहीं किया. उन्होंने सिर्फ खेला होबे कहा. यहां तक कि पीएम नरेंद्र मोदी भी बंगाल में खेला होबे बोल चुके हैं. अभिषेक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने थाने के अंदर हम पर हमला करने वालों को गिरफ्तार नहीं किया. यहां तक कि पुलिसकर्मी भी टेबल के नीचे छिप गए. अभिषेक बनर्जी ने एआईटीसी के त्रिपुरा राज्य संयोजक सुबल भौमिक के घर का दौरा किया, जिनके घर पर कल शाम हमला किया गया था.
त्रिपुरा में खेला होबे नहीं, विकास होबे चाहिए : भाजपा
भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने टीएमसी पर पलटवार करते हुए कहा कि खेला होबे का मतलब 60 से अधिक श्रमिकों की मौत, 1 लाख से अधिक श्रमिकों का पलायन, महिलाओं पर सामूहिक बलात्कार और अत्याचार है. अगर बंगाल में ‘खेला होबे’ की यही परिभाषा है तो त्रिपुरा में ‘खेला होबे’ कोई नहीं कहेगा. हमें विकास होबे चाहिए.
वेस्ट त्रिपुरा के एडिशनल एसपी बीजे रेड्डी के अनुसार शायनी घोष को अगरतला पुलिस ने इसलिए गिरफ्तार किया था, क्योंकि वह भाजपा कार्यकर्ताओं को मारने की कोशिश कर रही थीं. भाजपा के ये कार्यकर्ता एक पब्लिक मीटिंग में थे. जो सबूत मिले हैं, उसके आधार पर आईपीसी की धारा 307, 153 के तहत केस दर्ज किया गया है.