Amit singh
Ranchi : एचईसी नगर प्रशासन विभाग ने आवासीय परिसर में वाटर सप्लाई के लिए बिछाए जा रहे पाइपलाइन के काम पर रोक लगा दी है. पाइपलाइन बिछाने के लिए एजेंसी ने एचईसी से एनओसी नहीं लिया था. काम बंद होने की बजह से 11 हजार घरों में वाटर कनेक्शन देने और वाटर मीटर लगाने का लक्ष्य मार्च 2021 तक पूरा नहीं हो पाएगा.
एनओसी नहीं लेने पर एचईसी ने रोका काम
एचईसी नगर प्रशासक जेपी सिंह ने लगातार न्यूज नेटवर्क को बताया कि एचईसी आवासीय परिसर में किसी भी बाहरी सरकारी व गैर सरकारी एजेंसी द्वारा कोई भी काम करने से पहले एनओसी जरूरी है. पाइपलाइन बिछाने वाली कंपनी ने बिना एचईसी से एनओसी लिए पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया था. इसलिए एजेंसी को पहले एनओसी लेने के लिए कहा गया है.
11 हजार घरों में देना है वाटर कनेक्शन
एचईसी आवासीय परिसर के तकरीबन 11 हजार घरों में नगर निगम रांची द्वारा वाटर कनेक्शन देना है. साथ ही सभी घरों में वाटर मीटर लगाना है. नगर निगम ने एचईसी आवासीय परिसर में जलापूर्ति के लिए 55 करोड़ की योजना बनाई है. योजना मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. योजना पूरी होने पर रांची नगर निगम द्वारा साफ पीने का पानी सप्लाई किया जाएगा.
मीटर के आधार पर देना होगा वाटर चार्ज
नई योजना के तहत जलापूर्ति शुरू होने के बाद एचईसी के क्वार्टरों में रहने वाले लोग जितने रुपये के पानी का इस्तेमाल करेंगे, उतना बिल देना पड़ेगा. हालांकि एचईसी सीओटी द्वारा बिल के दर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
एचईसी के आग्रह पर ही नगर निगम ने बनाई थी जलापूर्ति योजना वर्तमान में एचईसी वाटर चार्ज का खुद बिलिंग कर आवासीय परिसर के लोगों से पैसा लेकर पेयजल स्वच्छता विभाग को जमा करता है. इसमें एचईसी को काफी परेशानी हो रही है. कई क्वार्टरों का वाटर रेंट भी वर्षों से बकाया है. इसकी वसूली कंपनी के लिए टेढ़ी खीर बन गई है.
एचईसी ने वर्ष 2006 में वाटर चार्ज बढ़ा दिया था. इसका जमकर विरोध हुआ था. लोगों का कहना था कि क्वार्टरों में पानी तो नहीं आता है, लेकिन एचईसी प्रबंधन पानी का बिल भेज देता है. यही कारण है कि एचईसी प्रबंधन ने नगर निगम से आग्रह किया था कि निगम ही एचईसी आवासीय परिसर में जलापूर्ति करें और खुद बिलिंग कर उपभोक्ताओं से सीधे पैसा ले. सिर्फ एचईसी कर्मियों के क्वार्टरों का वाटर चार्ज कंपनी देगी.
4500 क्वार्टरों तक नहीं पहुंचता पीने का पानी
एचईसी आवासीय कॉलोनी के तकरीबन 4500 से अधिक क्वार्टरों में पाइप लाईन से पीने का पानी नहीं पहुंचता है. इसमें सेक्टर दो और सेक्टर दो स्थित ग्राउंड फ्लोर वाले क्वार्टर भी शामिल हैं. ऊपरी तल के क्वार्टर में तो कभी भी पानी नहीं चढ़ पाता. धुर्वा टंकी साइड, साइड फोर, दिल्ली कैंटीन, महावीर मंदिर, आदर्श नगर आदि क्षेत्र में लोग साल-भर पानी के लिए संघर्ष करते हैं. इसके बाद भी उन घरों में रहने वालों को वाटर चार्ज देना पडता है.
जलापूर्ति व्यवस्था ठीक करने के लिए कई बार प्रबंधन से आग्रह किया गया, लेकिन इस पर कोई पहल नहीं की गई. अफसरों का कहना है कि आवासीय परिसर में बिछाया गया पाइपलाइन करीब 60 वर्ष पुराना हो गया है. लोगों ने पाइपलाइन को कई जगह क्षतिग्रस्त कर दिये हैं, इससे जलापूर्ति में परेशानी होती है.