Muzaffarpur: बिहार विधानसभा चुनाव में अभी से कई तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं. कहीं नेता जी गांव में जाकर दंडवत कर रहें हैं तो कहीं बूढ़ लोग के पांव पर गिरकर वोट बटोरने में लग गये हैं. भांति-भांति के लोग देखकर गांव के लोगवन भी मजा ले रहा है. और यही कह रहा है कि ल आ गइले फिर से भोट मांगे ला. मगर इ सब त हरे चुनाव में दिख जाता है.
मगर मुजफ्फरपुर में त नेता जी कुछ अइसन कर दिये कि लोगवन भी सोच में पड़ गया. नेता जी लगे भोकार पार के रोने. गांव के लोग समझिये नहीं पा रहा था कि हो का गया इनको एकदमे से. अभी दु दिन पहिले त ठीके थे.
अब भीड़ जमा भइल था. सोचे कि जाके घुस के देखें फिर लगा कि इ कोरोनवा के चलते त औरे डर लगता है. फिर तनि हिम्मत बंधाये और चल दिये उहे कार्यकर्ता लोग के भीड़ में. अब भीड़ में घुस त गये और नेता जी के रोते हुए भी देख लिये.
फिर एगो कार्यकर्ता से पूछे कि भाई का हुआ है इनको. इ चुनाव के समय में रोवल जाता है. तब पता लगा कि इनको ललटेन छाप से टिकटे नहीं मिला है और इ अपने को जमाने के लिये समर्थक सब के बीच में बइठ के रो रहे हैं. उहो लगातार रो रहे हैं.
अब बात अइसन है कि मुजफ्फरपुर के औराई विधानसभा सीट से सुरेंद्र यादव विधायक हैं. लेकिन इ बार उनको राजद से टिकट नहीं मिला है. बस एही बात पे रोये जा रहे थे. उहो फफक-फफक के रो रहे थे. देख के नेता जी के माया भी लग रहा था. लेकिन अब हमरा हाथ में कुछो था तो नहीं. एही लिये हम भी तनि मजा ले लिये.
और त और उंहा जे लोग लोग था, उ लोग वीडियो बनाये में मशगूल था. जैसे ही वीडियो बना त तुरंते वायरल भी भाई लोग कर दिया.
लेकिन हम भी सोचे कि आखिर इ सब नेता जी कर काहे ला रहे हैं.तनि दिमाग लगाये त समझ में आ गया कि..अच्छा ललटेन नहीं मिला त का हुआ. रोके अपन वोट बैंक बनाये रखना है और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत जाना है.
अब कौनो नेता रोये आ मीडिया ना पहुंचे.अइसन भला कहीं हुआ है. पहुंच गये ढेर सारा लोग माइक लेके. लेकिन नेता जी भी बुरबक थोड़े हैं. विधायक हैं अभी औराई सीट से तो निर्दलीय लड़के चुनाव जीत जायेंगे.
मान गये नेता जी आपको. रोके आप लोग के कलेजा पिघला दिये और अपन वोट बैंक भी बचाइये लिये. काम त आप बुरबक वाला किये हैं, लेकिन ओकरो पीछे दिमाग लगाये हैं. चलिए सुरेंद्र जी हम भी इहे चाहेंगे कि आप जीत जायें. पिछला बार त आप बीजेपी को पछाड़े थे .
अबकी का इरादा है. लेकिन अब टिकट नहीं मिला तो अइसन मत करिये. काहे कि लोग आपको बुरबक कहने लगेगा नहीं त.