सीएम डरते हैं कि लूट के राजदार कहीं उनकी पोल-पट्टी खोलकर न रख दें
सीएम हाउस के सुरक्षा गार्डों के हथियार पीपी के घर मिलने पर सीएम ने क्यों नहीं की थी कार्रवाई
हेमंत अपने बचकाना जवाबों से कितने दिन किस-किस को बेवकूफ बनाएंगे
Ranchi: ईडी की पूछताछ के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने पंकज मिश्रा और अवैध खनन संबंधित कई सवालों का जवाब यह कहकर नहीं दिया कि उन्हें याद नहीं. इसपर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इतना कमजोर याददाश्त वाला इंसान मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है. उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. बाबूलाल ने सीएम को याददाश्त ठीक करने की सलाह देते हुए कहा है कि हेमंत ने उनकी जिन चिट्ठियों का पत्रवीर कहकर मजाक उठाया था, उन्हें फिर से निकाल कर देख लें, तब उन्हें पता चल जाएगा कि वे लूट में शामिल थे या नहीं.
बाबूलाल ने कहा कि खनिजों और जमीनों की लूट जैसे अपराधों के खिलाफ उन्होंने दो साल में एक दर्ज पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को जानकारी दी थी. उसके बाद इन मामलों पर ईडी की भी कार्रवाई हुई, फिर भी हेमंत सोरेन की नींद नहीं खुली. आज पंकज मिश्रा के जिन कुकर्मों के लिए सीएम साहिबगंज डीसी और एसपी को दोषी बता कर बच निकलने का रास्ता ढूंढ रहे हैं, उनपर उन्होंने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की थी. बाबूलाल ने कहा कि वे दावे के साथ कह सकते हैं कि लूट के राजदार किसी भी अफसर पर सीएम कोई कार्रवाई इसलिए नहीं कर सकते, क्योंकि वे उनकी पूरी पोल-पट्टी खोलकर रख देंगे.
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सीएम द्वारा प्रेम प्रकाश को नहीं जानने के मामले पर बाबूलाल ने कहा कि वे भी झारखंड के मुख्यमंत्री पद पर रह चुके हैं. इसलिए दावे के साथ कह सकते हैं कि मुख्यमंत्री के आदेश के बिना कोई अफसर सीएम हाउस के सुरक्षा गार्डों को दलाल के यहां काम करने नहीं लगा सकता है. यह किसी भी तरह मुमकिन नहीं है कि सीएम हाउस का गार्ड अपना AK47 उस दलाल के घर रख कर चला जाय, ऐसा सपने में कोई अफसर सोच भी नहीं सकता. अगर हेमंत झूठ नहीं बोल रहे हैं तो वह बताएं कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के नाम पर इतना बड़ा अपराध करने वाले अफसरों पर कार्रवाई का आदेश क्यों नहीं दिया. बाबूलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने बचकाना जवाबों से और कितने दिन किस-किस को बेवकूफ बनाएंगे. झारखंड ही नहीं देश-दुनिया को उनकी करतूतों का स्याह चेहरा दिख गया है. मुख्यमंत्री के घर की सुरक्षा में लगा गार्ड को मुख्यमंत्री की सहमति बगैर अफसर बिचौलिया के घर काम पर लगा दे ये कैसे संभव है.