NewDelhi : किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऐसी रिपोर्ट नहीं दी कि ऑक्सीजन की कमी के कारण दूसरी लहर में किसी की मौत हुई हो. केंद्र सरकार के इस दावे पर विवाद बढ़ गया है. विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हल्ला बोल रही हैं. दूसरी ओर सरकार द्वारा भी मोर्चा जवाबी पलटवार किया जा रहा है. केंद्र सरकार के इस बयान पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हल्ला बोलते हुए ट्वीट किया कि सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी.
संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी- तब भी थी, आज भी है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र के दावों पर सवाल खड़े किये. इस मामले में बुधवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर पलटवार किया.
सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी।
संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी-
तब भी थी, आज भी है। pic.twitter.com/DPhjih2jbX— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 20, 2021
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सरकार संसद के जरिए देश को गुमराह कर रही है : कांग्रेस
बता दें कि संसद में केंद्र सरकार द्वारा किये गये इस दावे पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार संसद के जरिए देश को गुमराह कर रही है. हर किसी ने देखा है कि कैसे दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की जान गयी है. कांग्रेस ने दावा किया है कि वह इस मुद्दे पर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लायेगी.
बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा संसद में दावा किया गया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी की वजह से एक भी मौत नहीं हुई. केंद्र ने ये दावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रिपोर्ट के आधार पर किया. अब केंद्र के दावे पर राज्य सरकारों के जवाब भी आ रहे हैं.
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देश में ऑक्सीजन की कमी का नजारा पूरे देश ने देखा
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मीडिया हर दिन दिखा रहा था कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से अस्पतालों में हाहाकार है, लेकिन केंद्र कुछ और ही कह रहा है. कुछ दिन बाद केंद्र कहेगा कि कोरोना भी नहीं आया था. सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी हुई थी, जिसका नज़ारा पूरे देश ने देखा है.
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दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों जांच के लिए कमेटी बनाई थी
सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी, लेकिन एलजी ने उसे मंजूरी नहीं दी थी. केंद्र सरकार अब इस तरह का बयान देकर जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. दिल्ली के अलावा मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, गोवा समेत अन्य कई राज्यों की ओर से बयान दिया गया है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन का संकट काफी ज्यादा था, लेकिन किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी से रिपोर्ट नहीं हुई है.
बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का दावा है कि बिहार में ऑक्सीजन की कमी के कारण एक भी मौत नहीं हुई है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग 14 गुणा तक बढ़ी थी, लेकिन किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोई मौत नहीं हुई.
राहुल गांधी सिर्फ ट्विटर ट्रोल की तरह काम कर रहे हैं : भाजपा
मंगलवार को संसद में दिये गये बयान के बाद विपक्ष लगातार केंद्र पर निशाना साध रहा है. ऐसे में बुधवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर पलटवार किया. संबित पात्रा ने कहा कि सरकार द्वारा सदन में जो उत्तर दिया गया है, उनमें तीन बातें स्पष्ट कर दी गयी हैं कि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है, केंद्र ने सिर्फ राज्यों के भेजे डेटा को संग्रहित किया है और केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की बात नहीं की है.
संबित पात्रा ने इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाये. संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ ट्विटर ट्रोल की तरह काम कर रहे हैं और लोगों के बीच में भ्रम फैला रहे हैं. जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है उन्होंने भी खुद ये बात कही है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई है.
कोरोना की दूसरी लहर में मची थी तबाही
बता दें कि इसी साल मार्च-अप्रैल-मई के बीच देश में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचाई थी. इस दौरान सबसे बड़ा संकट अस्पतालों में बेड्स और ऑक्सीजन की कमी का था. दिल्ली, मुंबई, लखनऊ समेत अलग-अलग शहरों से तस्वीरें सामने आ रही थीं जहां पर ऑक्सीजन को लेकर मारामारी थी, फिलिंग प्वाइंट पर लंबी-लंबी कतारें लग रही थीं. दिल्ली के कई अस्पतालों में हालात ऐसे थी कि ऑक्सीजन की सुचारू सप्लाई के लिए अस्पतालों को कोर्ट का रुख करना पड़ा था. कोर्ट की फटकार के बाद अस्पतालों को ऑक्सीजन मुहैया करवाई गयी थी, इस दौरान कई अस्पतालों में कुछ घटनाएं भी हुई थीं.