Ranchi: इस साल 25 जुलाई से सावन शुरु हो रहा है. सावन को महीने में भगवान शिव की खास पूजा होती है. हर मंदिर और शिवालयों में खासी भीड़ देखी जाती है. खासकर रांची के पहाड़ी मंदिर में लाखों भक्तों की भीड़ जलाभिषेक करने पहुंचती है. लेकिन बीते साल कोरोना की वजह से श्रद्धालों के मंदिर में प्रवेश पर रोक थी. जिसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने भोले बाबा की ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की थी. वहीं इस साल भी कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन की वजह से मंदिरों में श्रद्धालुओं को पूजा करने पर रोक है.
झारखंड सरकार ने अभी तक मंदिरों व धार्मिक स्थलों को खोलने पर लगाये प्रतिबंध को हटाया नहीं है. जिससे लोगों में मायूसी है. साथ ही पहाड़ी मंदिर समिति भी सरकार के आदेश का इंतजार कर रही है. यदि इस साल भी कोरोना की वजह से मंदिर नहीं खुलते हैं तो बाबा के ऑनलाइन दर्शन ही श्रद्दालुओं को करना होगा.
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आदेश का कर रहे इंतजार– कोषाध्यक्ष, पहाड़ी मंदिर समिति
इस बारे में पहाड़ी मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद से बताया कि इस वर्ष बाबा के दर्शन ऑनलाइन या ऑफलाइन होगा, इसपर सरकार के गाइडलाइन का इंतजार हो रहा है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार मंदिर खोलने का आदेश देती है तो इसके लिए हमारी तैयारी पूरी है. और जल्दी ही बैठक कर पूरी तैयारी हम फाइनल कर लेंगे. यदि मंदिर नहीं खोलने का आदेश आता है तो हम पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था रखेंगें.
पिछेल वर्ष ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन हुआ था दर्शन
पिछले वर्ष कोरोना महामारी के कारण सावन पर धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया था. पहाड़ी मंदिर में इस दौरान लगभग 80,000 श्रद्धालुओं ने बाबा का ऑनलाइन दर्शन किया था. जो कि सामान्य समय होने पर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का संख्या से अधिक थी. सामान्य समय में सावन के महीने में लगभग 70-75 हजार श्रद्धालु शामिल होते हैं. ये 80,000 श्रद्धालु पहाड़ी मंदिर के ऑफिसियल वेबसाइट के साथ ही फेसबुक और यू-ट्यूब पर लाइव जुड़े थे.
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