LagatarDesk : पिछले कुछ दिनों से लगातार क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. इस दौरान कई बार बिटकॉइन ने नये रिकॉर्ड भी बनाये. वहीं कई बार इसकी कीमतों में भारी गिरावट भी देखने को मिली. बिटकॉइन में निवेश करने वालों के लिए हफ्ते का पहला दिन शुभ रहने वाला दिख सकता है. बिटकॉइन सहित अन्य क्रिपटोकरेंसी 26 जुलाई को हरे निशान पर कारोबार करते दिखे. इसका मार्केट कैप बढ़कर 1.52 ट्रिलियन डॉलर हो गया. पिछले कारोबारी दिन की तुलना में इसमें 9.81 फीसदी की बढ़त दर्ज की गयी.
बिटकॉइन की कीमत 38,230 डॉलर के पार
आपको बता दें कि 26 जुलाई को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 38,231.54 डॉलर पहुंच गयी है. आपको बता दें कि 8 फरवरी के बाद से यह अबतक एक दिन की सबसे बड़ी उछाल है. इसमें पिछले 24 घंटे में 12.57 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. वहीं एक हफ्ते के दौरान Bitcoin और Ethereum की कीमतों में 20.87 फीसदी की बढ़त दर्ज की गयी है.
तेजी के कारण मार्केट कैप में भारी उछाल
बिटकॉइन में इस तेजी के कारण इसके मार्केट कैप 681.5 बिलियन डॉलर की तेजी दर्ज की गई है. इस तेजी के साथ टोटल क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट में अकेले बिटकॉइन के मार्केट कैप की हिस्सेदारी 46.69 फीसदी बढी है. इस बढ़त के साथ बिटकॉइन का कुल मार्केट कैप 1,184.9 बिलियन डॉलर के पार जा चुका है.
30 डॉलर से नीचे चली गयी थी बिटकॉइन की कीमत
पिछले 24 घंटो की बात करें तो बिटकॉइन की कीमतें 35,236 से 37,971 के स्तर पर कारोबार करता दिखा है. इससे पहले इसमें गिरावट देखने को मिली थी. इससे पहले 21 जुलाई को बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखी गयी थी. 21 जुलाई को पहली बार बिटकॉइन की कीमतें 30,000 डॉलर से नीचे पहुंच गयी थी.
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RBI भी डिजिटल करेंसी लाने की तैयारी में
डिजिटल करेंसी के बढ़ते चलन को देखते हुए RBI ने भी अपनी खुद की डिजिटल करेंसी को लेकर कार्य योजना तेज कर दी है. बहुत जल्द इसकी पायलट टेस्टिंग भी शुरू हो जायेगी. अभी तक आरबीआई ने प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता नहीं दी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसकी ट्रेडिंग पर बैन को भी हटा दिया है.
14 फीसदी बैंक पायलट प्रोजेक्ट पर कर रहे हैं काम
दरअसल पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है. यही वजह है कि दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों ने अपनी डिजिटल करेंसी को लेकर काम शुरू कर दिया है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 86 फीसदी सेंट्रल बैंक इस समय सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी की संभावनाओं को लेकर काम कर रहे हैं. जबकि 14 फीसदी बैंक पायलट प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है.
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