New Delhi : टीम इंडिया के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे पिछले कुछ मैचों से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. इंग्लैंड दौरे पर उनका बल्ला खामोश रहा था. वह महज एक अर्धशतक ही बना पाए थे. रहाणे अब 25 नवंबर से शुरू होने वाले न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे. रहाणे का ध्यान टीम के लिए योगदान देने पर है, भले ही वो 40 या 50 रन का ही क्यों ना हो. टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, जिसकी शुरुआत गुरुवार से हो रही है. नियमित कप्तान विराट कोहली को पहले टेस्ट के लिए आराम दिया गया है. वह दूसरे टेस्ट मैच में कप्तानी संभालेंगे. रहाणे ने कहा, मुझे अपने फॉर्म को लेकर कोई चिंता नहीं है. हाल ही में इस सीरीज को लेकर अपनी बात रखते हुए पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने कहा था कि रहाणे बहुत भाग्यशाली हैं कि वो अब भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं.
अपने बारे में कभी नहीं सोचता
अजिंक्य रहाणे से प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब गौतम गंभीर के इस बयान को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि देश का नेतृत्व करना सम्मान की बात है क्योंकि वह भविष्य के बारे में बहुत ज्यादा परेशान हुए बिना अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. रहाणे ने कहा, मुझे अपने फॉर्म को लेकर कोई चिंता नहीं है. मेरा काम यह सोचना है कि मैं टीम में कैसे योगदान दे सकता हूं और योगदान का मतलब यह नहीं है कि आपको हर खेल में 100 बनाने की जरूरत है. महत्वपूर्ण क्षण में 30-40 रन या 50-60 रन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है. मैं हमेशा टीम के बारे में सोचता हूं और अपने बारे में कभी नहीं सोचता. मुझे लगता है कि मैं बहुत भाग्यशाली और आभारी हूं, देश का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है. मेरा ध्यान अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर है और मैं यही कोशिश करने जा रहा हूं.
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कप्तानी और बल्लेबाजी के बीच संतुलन बनाए रखने के बारे में पूछे जाने पर, अजिंक्य रहाणे ने कहा कि वह खेल की स्थिति के अनुसार दोनों को अलग रखते हैं. रहाणे ने आगे कहा कि जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तो मैं वहां एक कप्तान के रूप में नहीं होता, मैं वहां एक बल्लेबाज के रूप में होता हूं इसलिए मैं सिर्फ बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित कर रहा होता हूं. लेकिन एक बार जब मेरी बल्लेबाजी खत्म हो जाती है और हम क्षेत्र रक्षण कर रहे होते हैं तो कप्तानी शुरू हो जाती है. यह इतना सरल है. जब हम क्षेत्ररक्षण कर रहे होते हैं तो मैं सोच रहा होता हूं कि हमारे पास किस तरह का गेमप्लान है या हमारे पास किस तरह की रणनीति है. अजिंक्य रहाणे की फॉर्म की चिंता उनके नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया में भारत की जीत के बाद से जारी है. पिछले 15 टेस्ट में उन्होंने 24.76 की औसत से केवल 644 रन बनाये हैं.
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