Ranchi : नवरात्र में नौ दिनों की पूजा करने के बाद मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाता है. विसर्जन का कार्यक्रम काफी धूम- धाम से की जाती है. लेकिन इस बार प्रशासन ने शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जन करने का निर्देश दिया है. जिसे लेकर प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की जा रही है. इस वर्ष रांची के 9 तालाबों और 2 डैमों में ही मूर्ति विसर्जन किया जायेगा. जिसे लेकर रांची में मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों सहित पुलिसकर्मियों की तैनाती की जायेगी. ये सभी पुलिस बल शुक्रवार के दोपहर 1 बजे से तालाबों और डैमों पर तैनात हो जायेंगे. जो शनिवार देर शाम तक तैनात रहेंगे.
प्रशासन ने पूजा समितियों को शनिवार तक मूर्ति विसर्जन कर लेने का निर्देश दिया है. बता दें कि कोरोना आने से पहले रांची में बड़े भव्य पंड़ालों का निर्माम किया जाता था. जिस कारण पूजा समिति विजयदशमी के दो दिन बाद ही मूर्ति विसर्जन करती थी.
जिस कारण तालाब और नदियां नहीं निर्धारित किया जाता था.
साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु विसर्जन जुलूस निकालते थे. और मां की विदाई की जाती थी. पर कोविड महामारी के बाद मां की मूर्तियों और पंडाल निर्माण में पाबंदियां और बदलाव किए गए. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से विसर्जन के लिए भी गाइडलाइंस भी जारी किये गये है. इसी के तहत शहर के 9 तालाब और डैम को चिन्हित किया गया है. शांतिपूर्ण विसर्जन के लिए मेजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी और बल, स्कॉट दल और एनडीआरएफ की टीम की नियुक्त किया गया है.
इन स्थानों पर किया जाएगा विसर्जन
- बड़ातालाब
- लाइन टैंकताबाल
- बटन तालाब
- मछली तालाब
- हटिया तालाब
- जगरनाथपुरतालाब
- कांके डैम
- जेल तालाब
- करम टोली तालाब
गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम भी रहेगी तैनात
विसर्जन स्थल पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल शुक्रवार दोपहर 1 बजे से ही तैनात रहेंगे. जब तक सभी पड़ालों की मूर्ति विसर्जन नहीं हो जाती तब तक मजिस्ट्रेट और पुलिस बल वहां तैनात रहेंगे. इसके साथ ही इन स्थानों पर सुरक्षा की दृष्टि से नाव, नाविक, गोताखोर और एनडीआरएफ की भी टीम भी तैनात किया गया है.
स्कॉट दल की भी की गई है नियुक्ति
विसर्जन स्थानों के अलावा शांतिपूर्ण विसर्जन के लिए पंडालों से लेकर विसर्जन स्थल तक स्कॉट दल की भी नियुक्ति की गई है. ये स्कॉट दल पंडालों से मूर्ती को विसर्जन स्थल तक विधि-व्यवस्था के साथ पहुंचाने का काम करेंगे. इसके लिए जिलेभर में 6 मजिस्ट्रेट और 6 पुलिस अधिकारियों के साथ ही पुलिस बल की तैनाती की गई है. ये स्कॉट दल भी मूर्तियों के शांति-पूर्ण विसर्जन तक समितियों के साथ रहेंगे.