Ranchi: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी के आरोप पर झारखंड में राजनीति तेज हो गई है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि हम जनता की अदालत में जा रहे हैं. यदि जनता का आशीर्वाद मिला और भाजपा की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट बैठक में ही सीजीएल परीक्षा की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया जाएगा और इस भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सलाखों के भीतर भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि सीजीएल की परीक्षा में बड़े-बड़े दावे किए गए. इसके बावजूद सरकार ने नौकरी को बेचने का काम किया है. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी इसका विरोध किया, उसको स्थानीय प्रशासन से मिल कर सरकार डराने-धमकाने का काम कर रही है. युवाओं के साथ भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने इस सरकार को फ्रॉड कह कर संबोधित किया है. भाजपा ने हमेशा कहा है कि यह सरकार झूठ बोल कर सत्ता में आई है.
युवाओं को पांच लाख नौकरी देने का वायदा कर सत्ता में हेमंत सरकार आयी है. सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी का जिक्र करते हुए कहा 2019, 2022, 2024 की परीक्षा के कई सारे प्रश्न को दोहराए गए हैं. उन्होंने कहा, आज झारखंड की बदनामी पूरे देश में हो रही है और पूरे देश के लोग झारखंड की काबिलियत पर प्रश्न उठा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि खामी इस सरकार में है. इस सरकार ने परीक्षा के नाम पर पूरे राज्य का इंटरनेट बंद कर दिया था और कहा कि असम की तर्ज पर यह काम किया है. जबकि असम सरकार ने परीक्षा से काफी पहले सूचना देकर इंटरनेट बंद किया था. इस सरकार ने रात के 2 बजे से ही इंटरनेट बंद कर दिया था, ताकि इनके लोग रात में ही प्रश्न पत्र बांटने का काम कर सकें.
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अमर बाउरी ने कहा कि मेरे पास रात दो बजे ही आ गए थे प्रश्न
अमर बाउरी का आरोप है कि परीक्षा से पहले ही उत्तर हैंडलर के हाथ में आ गए थे. यहां तक कि उनके पास भी जिस दिन सुबह 8.30 बजे से परीक्षा थी, प्रश्नों का हल किया हुआ कागज रात 2 बजे आ गए थे. उन्होंने कहा कि छात्रों पर सरकार का दबाव ज्यादा है, इसलिए छात्र डरे हुए हैं. भाजपा ने इस गड़बड़ी को प्रमुखता से उठाया है. छात्रों ने जेएसएससी के समक्ष सारे पुख्ता सबूत पेश किए हैं.
मुख्यमंत्री पाक साफ हैं तो पूरे मामले में करें कार्रवाई
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चुनौती देते हुए कहा, सरकार एक भी नौकरी बिना किसी गड़बड़ी के नहीं दे पायी है. सीजीएल परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर कहा कि इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री को सामने आना चाहिए और जेएसएससी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
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