Kiriburu / Chaibasa : वनपाल प्रशिक्षण विद्यालय, चाईबासा में ऑल इंडिया टाईगर एस्टीमेशन 2021-22 का एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सात वन प्रमंडलों के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया. इसमें बाघों एवं हाथियों की गणना मस्ट्राइप सॉफ्टवेयर के माध्यम से कराए जाने का प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य प्रशिक्षक पलामू टाईगर रिजर्व के संलग्न पदाधिकारी नरेंद्र कुमार (आईएफएस 2018 बैच) ने बताया कि अगर हम परंपरागत तकनीक से वनों में गतिविधियां करंे तो इससे हमारा विकास भी होगा और जानवरों को नुकसान भी नहीं होगा. साथ ही सारंडा में बाघ पाए जाने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाएगी. आज तकनीकी तरीके से मस्ट्राइप सॉफ्टवेयर के माध्यम से बाघों एवं हाथियों की जनगणना करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इससे हमारा डाटा सुरक्षित रहेगा और उसका दोहरीकरण नहीं होगा. जो भी डाटा क्षेत्र से लिया जाएगा उनका संग्रहण ऑनलाइन तरीके से किया जाएगा. यह प्रशिक्षण राज्य स्तरीय है. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में 23 सितंबर से लेकर 29 सितंबर तक यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में मांसाहारी एवं शाकाहारी जानवरों की गणना की जाएगी.
डाटा के साथ जीपीएस कोऑर्डिनेट रखा जाएगा सुरक्षित
सारंडा डीएफओ चंद्र मौली प्रसाद सिन्हा ने बताया कि इस बार ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन के पांचवें चरण 2021-22 का प्रशिक्षण चल रहा है, इसमें तकनीकी तरीकों से बाघों एवं हाथियों की गणना की जाएगी. आज के प्रशिक्षण के बाद सारंडा के विभिन्न प्रक्षेत्रों में प्रशिक्षण का आयोजन कर क्षेत्र के सभी कर्मचारियों को तकनीकी तरीकों से हाथी एवं बाघों की जनगणना के बारे में बताया जाएगा. जो लोग आज प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं वह क्षेत्र में जाकर क्षेत्र के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे. इससे हमारे क्षेत्र से जो भी डाटा संग्रहित होगा उन्हें सॉफ्टवेयर के माध्यम से सुरक्षित रखा जा सकेगा. सटीक व सही डाटा का संग्रहण आसान हो जाएगा क्योंकि इसमें जो भी डाटा इस सॉफ्टवेयर में डाली जाएगी वह जियो रेफरेंसिंग डाटा होगा अर्थात उस क्षेत्र की जीपीएस कोऑर्डिनेट उस डाटा के साथ ली जाएगी और वह डाटा एकदम सटीक होगा. जो भी डाटा क्षेत्र से प्राप्त होगा उसे विशेषज्ञ के द्वारा सघनता से जांच की जाएगी उसके बाद ही डाटा को अपलोड किया जाएगा.
प्रशिक्षण कार्यक्रम को ऑनलाइन भी कर्मचारियों ने देखा
इस प्रशिक्षण के प्रशिक्षक नरेंद्र कुमार, आईएफएस 2018 बैच संलग्न पदाधिकारी पलामू टाइगर रिजर्व, जीआईएस टेक्नीशियन मनीष बक्शी थे. आज का प्रशिक्षण को ऑनलाइन माध्यम से क्षेत्र की अन्य कर्मचारियों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा था. क्षेत्र के अन्य कर्मचारी जो प्रशिक्षण में भाग नहीं ले पा रहे थे वह ऑनलाइन तरीके से प्रशिक्षित हो रहे थे. इस प्रशिक्षण को जिओ मीट के माध्यम से लाइव चलाया जा रहा था. इस प्रशिक्षण में डीएफओ सारंडा चंद्र मौली प्रसाद सिन्हा, पोड़ाहाट डीएफओ नीतीश कुमार, डीएफओ चाईबासा सत्यम कुमार, डीएफओ कोल्हान अभिषेक भूषण, डीएफओ सरायकेला आदित्य नारायण, डीएफओ दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी अभिषेक कुमार, संलग्न पदाधिकारी प्रजेश कांत जेना, एसीएफ एल एन मरांडी, एसीएफ निरंजन कुमार, उपस्थित थे. इसमें सारंडा, पोड़ाहाट, कोल्हान , चाईबासा, सरायकेला, दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी, जमशेदपुर वन प्रमंडलों के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया.