Bermo : बेरमो अनुमंडल अंतर्गत विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने मंगलवार को काले बिल्ले लगाकर राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव का विरोध किया. मालूम हो कि वित्त मंत्री ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम में निजी स्कूल की तारीफ करते हुए सरकारी स्कूल और उसके शिक्षकों की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का माहौल नहीं है. सरकारी शिक्षक निजी स्कूलों की तरह काम नहीं करते हैं. इसलिए गरीब के गरीब व्यक्ति भी अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं. वित्त मंत्री के उक्त बयान से राज्य के सरकारी एवं पारा शिक्षक नाराज हैं. लिहाजा गोमिया में अमूमन सभी शिक्षक संघ ने वित्त मंत्री के उस बयान की निंदा की है. मंगलवार को सभी शिक्षक काला बिल्ला लगाकर स्कूल में पहुंचे और अपना विरोध दर्ज किया. मिडिल और हाईस्कूल के शिक्षक ने सामूहिक रूप से वित्त मंत्री के विरोध में नारे लगाए और उक्त बयान की कड़ी आलोचना की.
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गैर शिक्षण कार्य भी करने पड़ते हैं
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ गोमिया प्रखंड के अध्यक्ष जगीवनराम ने कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों को शिक्षण कार्य के अलावा गैर शिक्षण कार्य भी करना पड़ता है. सरकार के विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए सरकारी शिक्षकों को काम में लगाया जाता है. निजी स्कूल के शिक्षक गैर शिक्षण कार्य नहीं करते हैं. इसलिए यदि सरकारी स्कूल का माहौल खराब हुआ है तो इसके लिए सरकार को आत्ममंथन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे भी सरकारी स्कूल से पढ़कर शिक्षक बने हैं. उस समय शिक्षक सिर्फ बच्चों को पढ़ाने का काम करते थे, आज की तरह गैर शिक्षण कार्य नहीं करने पड़ते थे. सरकारी स्कूल के माहौल को ठीक करना सरकार की नीतियों पर निर्भर करता है.