Hazaribagh: हजारीबाग के कानी बाजार मोहल्ले में एक घर में पिछले 15 दिनों से लगातार भजन कीर्तन और प्रेरणादायक गीत गाए जा रहे हैं. टीवी पर चलते भजनों पर परिवार के लोग भी झूमते और गाते हैं. परिजन यह सब इसलिए कर रहे हैं ताकि उनकी मां का हौसला बढ़े.
मां को भूलने की बीमारी है
यह घर है दिनेश नटानी का. दिनेश दो भाई और चार बहन हैं. इनकी मां बीमार हैं. 80 वर्षीया मां की हालत पिछले 15 दिनों से थोड़ी खराब चल रही है. उन्हें भूलने की बीमारी है. घर में गिर जाने से उनका पैर टूट गया था. उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है. गिरने के बाद से वह लगातार बिस्तर पर हैं. कोरोना को देखते हुए घरवालों ने यह सुनिश्चित किया कि वह घर पर ही इनकी देखभाल करेंगे और बेहतर से बेहतर चिकित्सा दिलाने का भी प्रयास करेंगे.
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बीमार मां की सेवा में लगा है परिवार
दरअसल 15 दिनों से बीमार मां की सेवा कर रहे उनके परिजन घर के माहौल को बिल्कुल ऐसा नहीं होने देते जिससे मां को यह लगे कि वह बीमार है. इसलिए लगातार भजन गाते रहते हैं. प्रेरणादायक गीत बजते हैं. सारे परिवार के लोग इन गीतों और भजनों को साथ-साथ मिलकर गाते हैं. बेटे कहते हैं कि सब कुछ भले मिल जाएगा लेकिन मां-बाप एक बार ही मिलते हैं. इसलिए वह अपनी मां की सेवा में लगे हैं.
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