Gumla : झारखंड के उग्रवाद प्रभावित जिला गुमला में नक्सली गतिविधियां भले ही कम हो गयी हो, लेकिन हत्या की घटनाओं में कोई कमी नहीं आयी है. जिले में इन दिनों बढ़ती हत्या और बिगड़ती कानून-व्यवस्था पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है. बता दें पिछले 47 दिनों में गुमला में 11 लोगों की हत्या कर दी गई है.
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47 दिनों में हुए 11 हत्या की घटनाएं
12 अक्टूबर : गुमला के चैनपुर में को-ऑपरेटिव बैंक कर्मचारी की घर में घुसकर चाकू मारकर हत्या.
10अक्तूबर : बिशुनपुर थाना क्षेत्र के होलेंग गांव में कलयुगी पुत्र ने अपने माता-पिता की कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी है.
8 अक्टूबर : गुमला के पालकोट थाना के बघिमा टेप्साटोली के छतर पहाड़ के समीप 25 वर्षीय युवक पर पेट्रोल छिड़कर उसे जिंदा जला दिया गया.
6 अक्टूबर : गुमला थाना क्षेत्र के प्रतापपुर स्थित दीपनगर में दिनदहाड़े सेवानिवृत फौजी जयमन एक्का की धारदार हथियार से गला रेत कर अपराधियों ने हत्या कर दी गई थी.
25 सितंबर : डायन बिसाही का आरोप लगाकर एक ही परिवार के तीन लोगों की टांगी से काटकर हत्या कर दी गयी थी. यह घटना जिले के सदर थाना क्षेत्र के लूटो गांव में हुई थी.
14 सितंबर : गुमला थाना क्षेत्र स्थित गोकुल नगर में बाल मजदूर मुक्ति संस्थान के पदाधिकारी की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.
25 अगस्त : गुमला जिले के घाघरा प्रखंड मुख्यालय स्थित केला बागान के संचालक लोकेश पुत्तास्वामी व सहयोगी एम देवा वासु की अज्ञात बदमाशों ने देर रात गला रेतकर हत्या कर दी थी.
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