Ranchi : बॉडीगार्ड वापसी के बाद से ठेकेदार और कारोबारियों से रंगदारी मांगने की घटना में बढ़ोतरी हुई है. कोरोना काल में भी ठेकेदार और कारोबारियों से संगठित आपराधिक गिरोह और उग्रवादी संगठन के नाम पर रंगदारी मांगे जाने की घटना सामने आ रही है. बता दें कि ठेकेदार और कारोबारियों से इंटरनेट कॉल के जरिए रंगदारी मांगी जा रही है. व्हाट्सएप के वर्चुअल नंबर से अब रंगदारी के लिए और धमकी के लिए कॉल किया जा रहा है. हाल के दिनों में इस तरह के कई ठेकेदार और कारोबारियों से रंगदारी मांगी गयी है. जिनमें धमकी भरे पत्र या फिर वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी गई.
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बॉडीगार्ड वापसी के बाद से रंगदारी मांगने की घटना में हुई है बढ़ोतरी
ठेकेदार और कारोबारियों से बॉडीगार्ड वापस लेने के बाद से अचानक रंगदारी मांगने की घटना में बढ़ोतरी हुई है. बता दें कि लॉकडाउन में पुलिसकर्मियों की जरूरत को देखते हुए राज्य सरकार ने निजी लोगों की सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड को हटाने का निर्णय लिया था. इससे संबंधित आदेश डीजीपी एमवी राव बीते एक अप्रैल को सभी जिलों के एसएसपी, एसपी, जैप, आइआरबी और एसआइएसएफ के सभी कमांडेंट को दिया था.
डीजीपी एमवी राव ने यह भी आदेश दिया था कि राज्य के सभी जिलों में जितने भी निजी व्यक्तियों के पास बॉडीगार्ड हैं उनको 2 अप्रैल की शाम 5 बजे तक वापस ले लिया जायेगा. जिसके बाद 3 अप्रैल को सभी जिला के एसपी, एसएसपी और कमांडेंट वापस लिए गये बॉडीगार्ड का लिस्ट पुलिस मुख्यालय में जमा करेंगे.
समीक्षा के बाद लिया गया था निर्णय
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया था. जिसे लेकर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की आवश्यकता थी. पुलिस मुख्यालय में समीक्षा के क्रम में पाया गया कि झारखंड राज्य में भारी संख्या में पुलिसकर्मी निजी व्यक्तियों की सुरक्षा में लगे हैं. राष्ट्रीय आपदा की इस घड़ी में पूर्ण लॉकडाउन लागू करवाने के लिए विशेष लोगों को छोड़कर, निजी लोगों के सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात पुलिसकर्मियों को वापस बुला लिया जाए और इन्हें विधि व्यवस्था की ड्यूटी में तैनात किया जाए.
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अपराधिक गिरोह और उग्रवादी संगठन के नाम पर रंगदारी मांगे जाने के मामले
14 नवंबर: धुर्वा स्थित सूर्या टेंट हाउस के मालिक से पीएलएफआइ के दिनेश गोप के नाम पर लेवी मांगी गयी थी. इसके बाद सूर्या टेंट हाउस के मालिक के घर पर फायरिंग भी की गयी थी.
13 नवंबर: पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के मधुकम में रहने वाले कारोबारी कमल भूषण से सहयोग राशि की मांग की गयी थी.
31अक्टूबर: पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप ने धुर्वा के टेंट हाउस कारोबारी संदीप कुमार से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर उन्हें जान से मारने और उनकी दुकान को बम से उड़ाने की धमकी दी. संदीप ने धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
31अक्टूबर : पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर रांची के अपर बाजार के एक कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगी गयी थी.और न देने पर जान से मारने की भी धमकी भी दी गयी थी.
18 अक्टूबर: रांची तुपुदाना स्थित शाकंभरी राइस मिल के संचालक से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी.
22 अक्टूबर : तुपुदाना के कारोबारी प्रवीण कुमार से सुजीत सिन्हा गिरोह के द्वारा एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गयी थी.
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