Patna : बिहार में कोरोना की दूसरी लहर में कोविड संक्रमितों साथ-साथ ब्लैक फंगस के कई मामले भी सामने आ रहे हैं, जो जानलेवा और घातक साबित हो रहे हैं. पटना में इसका सबसे अधिक असर देखा जा रहा है. ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना एम्स में 20 बेड का ब्लैक फंगस वार्ड खोला गया है, जो सोमवार 17 मई से शुरू हो जाएगा. यहां ब्लैक फंगस के 18 मरीज भर्ती हैं. पटना एम्स में ब्लैक फंगस का पहला मरीज 11 मई को आया था. अबतक 18 मरीज पहुंच चुके हैं.
अबतक दो मरीजों की सर्जरी भी की जा चुकी है
पटना एम्स के कोरोना विभाग के नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस तेजी से बढ़ रहा है. इसको लेकर पटना एम्स में 20 बेड का एक वार्ड अलग से बनाया गया है. उन्होंने बताया कि यहां अब तक दो मरीजों की सर्जरी भी की गयी है. तीन इलाज कराकर जा भी चुके हैं. इस तरह से हर रोज ब्लैक फंगस के मरीज आ रहे हैं. गंभीर मरीजों को यहां भर्ती किया जा रहा है.
अपने मन से कोई दवा न लें
डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि जिन लोगों में इम्युनिटी कम होती है, जो मरीज लंबे समय तक बीमार रहते हैं, या काफी दिन अस्पताल में जिनका इलाज होता है या काफी दिनों तक वेंटिलेटर पर रहते हैं, उनपर ब्लैक फंगस अटैक करता है. इसके लिए सभी को साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा. नाक जरूर साफ करते रहें, नाक में ब्लड आये, आंखों में लाली आये तो डॉक्टर को जरूर बताएं और दिखाएं. आंख धोते रहें, अपने मन से कोई दवा का प्रयोग न करें.