Sydney: दूसरे वनडे में भी उनकी हालत बुरी नजर आ रही है. पहले डेविड वॉर्नर और एरोन फिंच ने 142 रन की साझेदारी की और फिर स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन की जोड़ी गेंदबाजों की धुनाई करने में लग गयी. इस जोड़ी को तोड़ना मुश्किल नजर आ रहा था. टीम इंडिया को इस मुश्किल समय से बाहर निकालने और इस जोड़ी को रोकने के लिए भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने अपना करियर दांव पर लगा दिया.
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गेंदबाजी कर तोड़ी स्मिथ और लाबुशेन की जोड़ी
जब कोई भी गेंदबाज स्मिथ और लाबुशेन की जोड़ी को तोड़ नहीं पाया तो पंड्या ने गेंद अपने हाथ में ली और गेंदबाजी करने आए. वह इसमें सफल भी हुए . दरअसल 2018 में लगी चोट के बाद पिछले साल अक्टूबर में इंग्लैंड में उनकी सर्जरी हुई थी. यह चोट इतनी गंभीर थी कि एक समय तो उन्हें खुद का करियर ही खत्म होता नजर आने लगा था, मगर सर्जरी के बाद उन्होंने मैदान पर वापसी की. हालांकि वह तभी से गेंदबाजी नहीं कर रहे थे. यहां तक कि उन्होंने आईपीएल में भी गेंदबाजी नहीं की थी.
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एक ओवर में दिए 5 रन
काफी समय से हर किसी के पास एक ही सवाल था कि पंड्या गेंदबाजी क्यों नहीं कर रहे. जबकि वह अब फिट भी हैं. हालांकि पंड्या ने कहा था कि वह तभी गेंदबाजी करेंगे जब समय सही होगा. जिसके बाद उन्होंने दूसरे वनडे में गेंदबाजी की. मैच का 36वां ओवर पंड्या का करीब सालभर बाद फेंका गया पहला ओवर था और इस ओवर में उन्होंने महज 5 रन दिए. हालांकि यह कोई नहीं जानता है कि वह गेंदबाजी करना चाहते थे या कप्तान कोहली नवदीप सैनी के कुछ ओवर्स को कवर अप करना चाहते थे. फिर पंड्या ने 42वां ओवर फेंका और स्टीव स्मिथ को अपना शिकार बनाया. इस ओवर में उन्होंने 8 रन दिए. उनके अगले ओवर की पहली गेंद पर रवींद्र जडेजा ने मार्नस लाबुशेन का कैच छोड़ दिया.
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