Giridih : भाकपा माओवादी के पांच लाख इनामी नक्सली नुनूचंद महतो उर्फ गांधी उर्फ टाइगर के सरेंडर करने की सूचना है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नुनूचंद महतो ने शुक्रवार की देर जिले के पीरटांड़ थाना में सरेंडर कर दिया है. सरेंडर करने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस 1-2 दिनों में नुनूचंद महतो को मीडिया के सामने पेश करेगी.
नक्सली नुनूचंद महतो मूल रूप से अति नक्सल प्रभावित पीरटांड़ थाना क्षेत्र के बदगंवा पंचायत के भेलवाडीह गांव का रहने वाला है. इस मामले में गिरिडीह एसपी से बात करने पर उन्होंने ने कहा की इस मामले में अभी बात नहीं करेंगे, इसपर बाद में बात करेंगे.
पैसे और संगठन की एक महिला से रिश्ते को लेकर नुनुचंद ने संगठन से बगावत किया था
पारसनाथ क्षेत्र के पूर्वी छोर का एरिया कमांडर नक्सली नुनूचंद महतो पांच लाख का इनामी है. नुनूचंद महतो को भाकपा माओवादी के शीर्ष नेतृत्व ने संगठन से बाहर कर दिया था. जिससे बौखलाये नुनूचंद ने अलग आपराधिक गिरोह बनाया और क्षेत्र में लगातार पैसे उगाही कर रहा था. यही वजह है कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी को उसकी यह हरकत नागवार गुजर रही थी. नक्सली संगठन का मारक दस्ता नुनूचंद महतो की तलाश में था. बताया जा रहा है की नक्सलियों ने नुनुचंद को अगवा कर लिया था. फिर सशर्त जिन्दा छोड़ दिया. लेवी के पैसे और संगठन की एक महिला से रिश्ते को लेकर नुनुचंद महतो ने संगठन से बगावत कर ली थी. इसके बाद उसे संगठन से निकाल दिया गया था.
मुठभेड़ में पुलिस को धक्का देकर भागने में सफल रहा था नक्सली नुनुचंद
पांच लाख रुपये का इनामी नक्सली नुनुचंद महतो उर्फ गांधी उर्फ टाइगर 27 फरवरी 2020 को धनबाद जिले के तोपचांची थाने की पुलिस को धक्का देकर भागने में सफल रहा था. पुलिस और नुनुचंद महतो दस्ता के बीच मुठभेड़ के दौरान ताबड़तोड़ गोलियां भी चली, हालांकि, इनमें कोई जख्मी नहीं हुआ और नुनुचंद और उसके दर्जन भर नक्सली साथी भाग निकले थे.
गौरतलब है. पुलिस को नैरो गांव में उसके होने की सूचना मिली थी. जिला पुलिस और सीआरपीएफ की टीम नैरो गांव को घेरकर सर्च अभियान शुरू हुआ था.