Ranchi: राज्य के लोगों को सूचना के अधिकार के तहत जानकारी नहीं मिलने पर शिकायत का रास्ता पिछले छह महीने से बंद है. झारखंड राज्य सूचना आयोग की स्थिति यह है कि शिकायत आज करेंगे, तो सुनवाई की तारीख तो दूर , आवेदन स्वीकार हुआ या नहीं यह भी जानकारी अभी नहीं मिल पाएगी.राज्य सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त व सूचना आयुक्त का पद खाली है. मुख्य सूचना आयुक्त आदित्य स्वरूप पिछले वर्ष दिसंबर में सेवानिवृत हो गये. सूचना आयुक्त हिमांशु शेखर को कार्यवाहक मुख्य सूचना आयुक्त बनाया गया है. वह भी इस वर्ष मई में सेवानिवृत हो गये. इसके बाद से किसी की नियुक्ति नहीं हुयी है. मई से आयोग के सारे कामकाज ठप्प हैं, न ही पूर्व के मामलों पर सुनवाई हो पा रही है, और न ही नए आवेदन स्वीकार किये जा रहे हैं.
रोजाना आ रहे हैं 20 से 30 आवेदन
आयोग के पास औसतन 20 से 30 शिकायतों के आवेदन आ रहे हैं. आयोग के अधिकारी प्रारंभिक कार्यवाही पूरी कर आवेदनों को जमा कर रहे हैं . इन आवेदनों को मुख्य सूचना आयुक्त बनने के बाद ही स्वीकार या खारिज करने का फैसला संभव है. इधर, आयोग में पूर्व के लगभग सात हजार मामले सुनवाई के लिए लंबित हैं. इन मामलों पर कब सुनवाई होगी, यह भी तय नहीं हो पा रहा है.
लटका है नियुक्ति का मामला
मुख्य सूचना आयुक्त व आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया लंबे समय से लटकी हुयी है. कार्मिक विभाग ने बीते साल इसके लिए आवेदन मांगा था. सूचना आयुक्त के लिए 354 आवेदन आये हैं, जबकि मुख्य सूचना आयुक्त के लिए 63 आवेदन प्राप्त हुए हैं. राज्य सरकार को इन आवेदनों पर निर्णय लेना है, लेकिन फरवरी से यह मामला लंबित है. इसका असर सूचना आयोग के कामकाज पर हो रहा और आमजन का मामला अटक रहा.