New Delhi : फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर नादव लापिड के विवादित बोल पर बवाल बढ़ता देख इजरायली राजदूत ने उनके बयानों की निंदा की और इसके लिए भारत से माफी मांगी है. इजरायली राजनयिकों ने न केवल उनके बिगडे बोल को खारिज किया, बल्कि यहां तक कहा कि लापिड ने भारतीय संस्कृति में अतिथि को भगवान मानने की परंपरा का असम्मान कर उनको दिए गए आतिथ्य का दुरूपयोग किया. भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह की अंतरराष्ट्रीय फिल्मों की जूरी के अध्यक्ष नादव लापिड ने गोवा में सोमवार को कश्मीर फाइल्स को विश्व प्रतिस्पर्धा खंड में शामिल करने पर सवाल उठाते हुए आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि जूरी में हम सभी इस फिल्म से परेशान और हैरान थे. यह हमें एक प्रोपेगेंडा और अश्लील फिल्म की तरह लगी, जो इस तरह के प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक और प्रतिस्पर्धा वर्ग के लिए अनुपयुक्त थी. इसी साल मार्च में रिलीज हुई यह फिल्म इंडियन पैनोरमा सेक्शन का हिस्सा थी. जूरी प्रमुख के नाते लापिड के बयान न केवल समारोह के आयोजकों को हतप्रभ किया, बल्कि सरकार के लिए भी असहज स्थिति पैदा की.
अनुपम खेर को फोन कर इसके लिए माफी मांगी
लापिड के विवादित बोल के बाद इजराइली राजनयिकों को इसके विरोध में मेल और शिकायतें भेजी जा रही है. भारत में इजरालय के पूर्व राजदूत डेनियल कार्मन ने भी लैपिड की टिप्पणी की निंदा की, तो मुंबई में इजराइली महावाणिज्य दूत ने अभिनेता अनुपम खेर को फोन कर इसके लिए माफी मांगी. कई प्रमुख फिल्मकारों के अलावा भाजपा ने भी लापिड को आड़े हाथों लेते हुए उनकी तीखी आलोचना की और कश्मीर फाइल्स को कश्मीर की हकीकत का प्रतिबिंब बताया.
राजदूत ने लापिड पर तीखे वार किये
इस फिल्म के अभिनेता अनुपम खेर ने भी लापिड के साथ कथित टूल किट गैंग पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर फाइल्स एक फिल्म नहीं आंदोलन है और कई लोगों को यह सच पच नहीं रहा है. इजरायली राजदूत ने लापिड पर तीखे वार करते हुए कहा कि एक इंसान के रूप में मुझे शर्म आती है और हम अपने मेजबानों से उनकी उदारता और दोस्ती का इस खराब तरीके से भुगतान करने के लिए माफी मांगना चाहते हैं.
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