SRIHARIKOTA : कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार को एक बार फिर से नया इतिहास रच दिया है. ISRO ने दोपहर 03:12 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से EOS-01 (अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट) को सफलतापूर्वक लांच कर दिया. इस उपग्रह को PSLV-C49 रॉकेट से लांच किया गया. इस रॉकेट के जरिए देश के रडार इमेजिंग उपग्रह (सैटेलाइट) और नौ अन्य विदेशी उपग्रहों को भी भेजा गया है.
ISRO ने शुक्रवार से शुरू किया था लांचिंग के लिए काउंटडाउन
ISRO ने EOS-01 सहित सभी 10 उपग्रहों को लांच करने के लिए शुक्रवार दोपहर एक बजे से काउंटडाउन शुरू कर दिया था. उस दौरान ISRO ने 26 घंटे बाद यानी शनिवार दोपहर 03:12 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांचिंग का समय निर्धारित किया था. इसके बाद से ही ISRO के अधिकारियों की दिल की धड़कने बढ़ी हुई थी. ऐसे में दोपहर में उपग्रहों की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के साथ अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
ISRO ने इन उपग्रहों को किया लांच
ISRO अधिकारियों के अनुसार लांच किए गए नौ विदेशी उपग्रहों में लिथुआनिया (1-प्रौद्योगिकी डेमन्स्ट्रेटर), लक्समबर्ग (क्लेओस स्पेस द्वारा चार मैरीटाइम एप्लीकेशन सैटेलाइट) और अमेरिका के चार-लेमुर मल्टी मिशन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट शामिल हैं. EOS-01 अर्थ ऑब्जरवेशन रिसेट सैटेलाइट की ही एक एडवांस्ड सीरीज है. इसमें सिंथेटिक अपर्चर रडार (SAR) लगाया गया है, जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में पृथ्वी पर नजर रखने की क्षमता प्रदान करता है.
देश की सीमाओं की निगरानी की क्षमता बढ़ेगीः कपूर
ISRO के वैज्ञानिक आर सी कपूर ने कहा कि EOS-01 में लगे SAR के जरिए उपग्रह किसी भी मौसम में पृथ्वी पर लगातार नजर रख पाएगा. इसकी बड़ी खासियत है कि इससे बादलों के बीच भी पृथ्वी को देखा जा सकता है और स्पष्ट तस्वीरें खींची जा सकती हैं. देश की सुरक्षा के लिए भी यह उपग्रह बेहद खास है.
ISRO ने लांचिंग में किया PSLV-C49 रॉकेट के DL वैरिएंट का इस्तेमाल
इस बार ISRO उपग्रहों की लॉन्चिंग के लिए PSLV-C49 रॉकेट के DL वैरिएंट का इस्तेमाल किया है. इसमें दो स्ट्रैप-ऑन बूस्टर मोटर्स लगी हुई है. इस वैरिएंट का पहली बार इस्तेमाल 24 जनवरी, 2019 को ऑर्बिट माइक्रोसेट आर सैटेलाइट में किया गया था. PSLV एक चार स्टेज/इंजन रॉकेट है, जो ठोस और तरल ईंधन द्वारा वैकल्पिक रूप से छह बूस्टर मोटर्स के साथ संचालित होता है, जो शुरुआती उड़ान में गति को बढ़ाता है.
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ISRO की दिसंबर में GSAT-12R उपग्रह को लांच करने की योजना
ISRO के वैज्ञानिक कपूर ने बताया कि EOS-01 की लांचिंग उनकी इस साल की पहली लांचिंग है. वह दिसंबर में GSAT-12R कम्युनिकेशन सैटेलाइट लांच करने की योजना बना रहे हैं. जिसे PSLV-C50 रॉकेट के जरिए लांच किया जाएगा.
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो को दी बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसरो को इस सफलता के लिए बधाई दी है, पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि पीएसएलवी-C49/EOS-01 मिशन के सफल परीक्षण के लिए इसरो और मिशन से जुड़े उनकी टीम को बधाई.