जादूगोड़ा : यूसील ठेका कर्मी सुरेश मुखी की 15 जनवरी को जादूगोड़ा की मिल डिवीजन में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. विधायक रामदास सोरेन के ठेका कंपनी प्रबंधन से समझौता कराया. मृतक के परिजन को 10 लाख रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को ठेका कंपनी डेल स्टार मार्केटिंग में स्थायी नौकरी मिलेगी. इसके अलावा दाह संस्कार के लिए ठेकेदार ने 30 हजार रुपए तत्काल दिया. इन मांगों को लेकर ग्रामीणों ने यूसील का मेन गेट जाम कर दिया था. विधायक रामदास सोरेन की अध्यक्षता में घंटों चली बैठक में लिखित समझौता हुआ. इसके बाद ग्रामीणों ने गेट जाम समाप्त कर दिया. इधर बैठक के बाद विधायक रामदास सोरेन ने कहा कि मृतक के परिजन को 10 लाख रुपए, ईएसआई एक्ट के तहत सभी प्रकार की सहायता राशि दिलाने की जिम्मेदारी यूसील कंपनी प्रबंधन ने ली है.
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इसके बाद आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई. उन्होंने कहा कि यूसीएल की जादूगोड़ा स्थित प्रोसेसिंग प्लांट में ठेका कर्मी सुरेश मुखी ड्यूटी के दौरान ब्लड प्रेशर बढ़ने से गिर गया था. कंपनी के अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया था. वहां 16 जनवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद मृतक के आश्रितों का गुस्सा फूट पड़ा और विधायक रामदास सोरेन, जिला परिषद बाघराय मार्डी, जगदीश भक्त टिक्की मुखी, कुशल सोरेन, कंचन तिवारी, आकाश मुखी, कमल मुखी के नेतृत्व में सुबह से ही यूसील प्लांट जाने वाली मुख्य सड़क और गेट को जाम कर दिया. इसके बाद यूसील प्रबंधन हरकत में आई और बैठक कर मामले को सुलझाया. बैठक में प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक चंचल मन्ना, उप महाप्रबंधक राकेश कुमार, महेश साहू समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए.