Jadugoda (Vidya Sharma) : एक ओर जहां मानसून दगा दे गया है और किसानों के खेत सूखे पड़े हुए हैं वही दूसरी ओर पोटका प्रखंड अंतर्गत नरवा पहाड़ से सटे राजदोहा गांव के मुख्य सड़क किनारे बोरिंग का हजारों लीटर पानी रोजाना बर्बाद हो रहा है. इससे क्षेत्र के 25 से अधिक किसानों के खेतों तक पानी पहुंच सकता है. क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा विभाग की ओर से यूरेनियम अयस्क की सर्वे के दौरान तीन महीने पहले बोरिंग की गई थी, जिसे बंद नहीं किया गया. ऐसे में इस बोरिंग से 24 घंटे पानी बहता रहता है. इस बोरिंग से निकले वाले पानी का असर यह है कि क्षेत्र के कुएंं और तालाब सूखने लगे हैं.अगर इस बोरिंग को बंद नहीं किया गया तो क्षेत्र के सभी जल स्रोत सूख जायेंगे व लोग बूंद-बूंद पानी को तरसेंगे. इसे लेकर क्षेत्र की मुखिया अनिता मुर्मु व जिला परिषद हिरण्यमय दास ने सरकार व प्रशासन से बोरिंग को बंद करने या बहते पानी को किसानों के खेतों तक पहुंचाने की मांग उठाई की है.
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