Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : जमशेदपुर का मास्टर प्लान के साथ ही जोनल प्लान भी तैयार होगा. यह जोनल प्लान आदित्यपुर, जमशेदपुर और मानगो समेत शहर के इर्द-गिर्द के सभी इलाकों का अलग अलग बनाया जाएगा. इस जोनल प्लान में जोन में कितनी शिक्षण संस्थाएं हैं. कितने शिक्षण संस्थाओं की जरूरत है. कितने नर्सिंग होम हैं. कितने नर्सिंग होम की जरूरत है. जोन की आबादी क्या है. कितने अस्पताल हैं. कितने अस्पताल की जरूरत है. परिवहन व्यवस्था क्या है और भावी परिवहन व्यवस्था क्या होनी चाहिए. यह सारी चीजें होंगी. जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी ने मास्टर प्लान तैयार कर रही कंपनी सुपीरियर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रतिनिधियों को जोनल प्लान तैयार करने की हिदायत दी है.
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इन खामियों के चलते मास्टर प्लान को नहीं मिली मंजूरी
सुपीरियर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रतिनिधियों ने जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी के सामने मास्टर प्लान का खाका रखा. लेकिन इसमें काफी कमियां पाई गईं. इसे देखा गया तो कई सड़कें इमारतों के ऊपर से गुजर रही थीं. इन को ठीक करने के लिए कहा गया. उनसे कहा गया कि इमारतों की ऊंचाई और जमीन की किस्म सब कुछ इस डिजिटल मास्टर प्लान से समझ में आना चाहिए. इसके अलावा, कुछ गांव और मजरे का भी पेच है. साल 2018 में कंप्लीट मास्टर प्लान तैयार हुआ था. उसके बाद नगर की आबादी कितनी बढ़ी और कहां तक बढी. कौन सी सड़कें तैयार हुईं. इसके अलावा यूटिलिटी मैपिंग नहीं हुई है. जमीनों का खाता नंबर, प्लॉट नंबर, थाना नंबर और मौजा नंबर प्लान में नहीं दर्शाया गया है. यह सारी चीजें मास्टर प्लान में अभी नहीं जोड़ी गई हैं. इनको भी जोड़ने के लिए कहा गया है. पूरा मास्टर प्लान फाइनल होने के बाद ही इसे मंजूरी दी जाएगी.
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ताकि नक्शा बनाने में हो सके जोनल प्लान का प्रयोग
मास्टर प्लान और जोनल प्लान पूरी तरह से डिजिटाइज्ड रहेगा. ताकि इमारतों का नक्शा बनाने में नगर निकायों को सुविधा हो. सभी सड़कें स्पष्ट रूप से नजर आएं. कहां कौन सी बिल्डिंग है. बिल्डिंग की ऊंचाई क्या है. यह सभी डिजिटल मास्टर प्लान देखते ही जेएनएसी के इंजीनियरों को समझ में आ जाएगा.