Jamshedpur (Sunil Pandey) : टाटा स्टील की ओर से जिला पूल के तहत सरकारी पदाधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आवंटित क्वार्टरों की जांच बुधवार को डीसी की ओर से गठित छह सदस्यीय टीम ने की. जांच टीम ने पाया कि कई क्वार्टर भाड़े पर लगाए गए हैं. साथ ही अधिकारियों के लिए बने बंगला में आदेशपाल रह रहे हैं. इसी तरह कई क्वार्टर का अतिक्रमण कर उसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है. रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद इस मामले में डीसी उचित निर्णय लेंगी. गौरतलब हो कि दो दिन पहले टिस्को प्रबंधन ने डीसी को 134 टिस्को आवास की सूची सौंपी थी. उक्त सूची से यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि किस क्वार्टर में कौन पदाधिकारी अथवा कर्मचारी रहते हैं. इसे देखते हुए डीसी ने दो अलग-अलग जांच टीम कार्यपालक दण्डाधिकारी निशा कुमारी एवं ज्योति कुमारी के नेतृत्व में गठित की गई थी, प्रत्येक टीम में जिला प्रशासन के 4 कर्मी तथा टाटा स्टील इस्टेट विभाग के एक कर्मी को शामिल किया गया था.
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दूसरे जिले में स्थानांतरित कर्मचारी जमाए हैं कब्जा
जांच टीम ने पाया कि पदाधिकारियों के लिए बने आवास में निम्न पद के कर्मचारी रह रहे हैं. कुछ ऐसे भी मामले सामने आए जिनमें आदेशपाल को बंगला आवंटित पाया गया. कई रिटायरकर्मी अभी भी आवास में जमे हुए हैं, कईयों ने सरकारी आवास में भाड़ेदार को रखा हुआ है तथा कुछ जगहों पर कॉमर्शियल गतिविधि भी संचालित पाई गई. जांच टीम ने यह भी पाया कि कुछ ऐसे पदाधिकारी या कर्मी के परिजन अभी भी जिला पूल के आवास में रह रहे हैं जिनका ट्रांसफर दूसरे जिले में हो गया है. जांच टीम ने निरीक्षण के दौरान कई आवासों को जर्जर हालत में पाया. जिनकी मरम्मत की आवश्कता है.
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