Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : ग्रेजुएट कॉलेज में हिंदी विभाग द्वारा सोमवार को हिंदी के कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाई गई. कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ मुकुल खंडेलवाल ने मुंशी प्रेमचंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया. उन्होंने कहा कि मुंशी प्रेमचंद ग्रामीण जीवन के चितेरे लेखक थे. उनकी लेखनी ने समाज के अंदर की कुरितियों को उजागर किया है. जब भी साहित्य में कहानी या उपन्यास की बात आएगी उसके केंद्र बिंदु में प्रेमचंद ही रहेंगे.
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मानवीय मूल्यों को प्रतिष्ठित करती है कहानियां
मुख्यवक्ता प्रो राकेश कुमार पांडे ने कहा कि प्रेमचंद की कहानियों और उपन्यासों में कृषक वर्ग और मजदूर नायक के तौर पर रहते थे. उन्होंने न सिर्फ छुआछुत, बेमेल विवाह, स्त्री के आभूषण लोभ, लोभी, आलसी जैसे विषयों को उठाया बल्कि सत्यनिष्ठा, पंच परमेश्वर है की भी बात की थी. उनकी कहानियां मानवीय मूल्यों को प्रतिष्ठित करती है. कार्यक्रम में हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ भारती कुमारी ने स्वागत भाषण के साथ विषय प्रवेश कराया. कार्यक्रम में श्रुति चौधरी, हेमलता कुमारी, अनुराधा कुमारी, अनामिका कुमारी, अनुभा कुमारी, ने भी अपने विचार रखे. इस अवसर पर संतोषी कुमारी, प्रिया कुमारी, कंचन, लक्ष्मी, रुबी, अंजलि, पूनम, शकुन्तला, जय श्री, श्रुति, सोनी, खूशबू, रिया, सेतु, सपना, सहित हिन्दी विभाग के सेमेस्टर 1, सेमेस्टर, 3, सेमेस्टर, 5 की छात्राएं उपस्थित थीं.
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