Jamshedpur (Rohit Kumar) : कदमा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में रविवार को कारगिल दिवस के अवसर पर लद्दाख एवं जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र की प्रांतीय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में जमशेदपुर समेत धनबाद, बोकारो और रांची के कार्यकर्ता शामिल थे. बैठक में धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर की बदली परिस्थितियों पर एवं उसके बाद संगठन के कार्यों पर चर्चा हुई. वहीं पाक अधिकृत कश्मीर व गिलगित-बल्तिस्तान की सच्चाई को भी बताया गया. वक्ताओं ने कहा कि जम्मू कश्मीर के इतिहास एवं भौगोलिक स्थिति को गलत तरीके से बताया गया है. आज जरूरत है देश आम नागरिक तक इसकी सच्चाई को सामने लाने की, ताकि जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के बारे में फैले भ्रम को लोगों के बीच से दूर किया जा सके.
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विकास के पथ पर अग्रसर है जम्मू कश्मीर व लद्दाख
इस प्रांतीय बैठक में धनबाद व जमशेदपुर जिला इकाई का भी गठन किया गया, ताकि सुचारू रूप से संगठन के माध्यम से जागरूकता लाया जा सके. तथा सभी लोगों तक जम्मू कश्मीर व लद्दाख के विषय मे सटीक जानकारी पहुंच सके. संगोष्ठी में धनबाद से आये संगठन के झारखंड-बिहार के क्षेत्रीय प्रमुख डॉ बीरेंद्र सिंह ने जम्मू कश्मीर व लद्दाख के बारे में बताते हुए कहा कि आज 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख विकास के पथ पर अग्रसर हो चुका है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के माणिक वर्धा और मुख्य वक्ता मनोज सिंह मौजूद थे. मंच का संचालन अरविंद तिवारी ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन रौशन ने किया. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रवि चिन्तामणि, सुरेंद्र, डॉ अनिल राय, राधेश्याम तिवारी, अनीश कुमार, सुरेश प्रसाद, अमित मंडल सहित पूर्व सैनिक सेवा परिषद के वीर उपस्थित रहे.
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