Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : करीम सिटी कॉलेज के मॉस कम्युनिकेशन विभाग द्वारा आयोजित की जा रही तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन रविवार को विशिष्ट वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे. कार्यक्रम का आरंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रियाज के स्वागत संबोधन से हुआ. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की संयोजिका मॉस कम्युनिकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नेहा तिवारी ने वक्ताओं का परिचय कराया. विशिष्ट सत्र में बोलते हुए देश की जाने-माने हिंदी समाचार वाचिका चंद्रिका जोशी ने रेडियो की समाचारों में भूमिका और महत्व के विषय में विस्तार से बताया. उन्होंने रेडियो को जनसाधारण का सबसे विश्वसनीय साथी बताते हुए कहा कि रेडियो की भाषा जितनी सरल और सादगी भरी होगी उतनी ही जनमानस तक पहुंचेगी. लेकिन उसमें एक शुद्धता होनी चाहिए. कहा कि आज भी विभिन्न परीक्षाओं में बैठने वाले लोग रेडियो समाचार से जानकारी जुटाते हैं. जिस पर आकाशवाणी गर्व करता है.
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कम्युनिटी रेडियो शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में कर रहा काम
इसके बाद गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी की पीएचडी कोऑर्डिनेटर डॉ कुलवीन त्रेहन ने संगोष्ठी को संबोधित किया. उन्होंने सतत विकास के लक्ष्य में रेडियो की भूमिका पर विचार रखें. उन्होंने बताया कि किस तरह कम्युनिटी रेडियो भारत जैसे देश में शिक्षा, लिंग समानता और स्वास्थ्य की दिशा में विशेष रूप से कार्य कर रहा है, बहुत सारे एफएम चैनल भी इस दिशा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं और सरकारी रेडियो चैनल आकाशवाणी ने हमेशा ही इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
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दो सत्रों में 16-16 शोध पत्र किए गए प्रस्तुत
अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के तकनीकी सत्र गूगल मीट के द्वारा संचालित किए गए एक सत्र संचालन डॉ रश्मि कुमारी ने जमशेदपुर से जबकि दूसरे सत्र का संचालन डॉक्टर निंदा जकरिया ने लंदन से किया. पहले सत्र में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ देवव्रत सिंह अध्यक्ष के रूप में मौजूद थे, जबकि दूसरे सत्र में केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के विभागाध्यक्ष डॉ बच्चा बाबू अध्यक्ष के रूप में जुड़े. दोनों सत्र में 16-16 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए. कार्यक्रम में सैयद साजिद परवेज, सैयद शाहजेब परवेज, तासीर शाहिद एवं बापी मुर्मू की विशेष भूमिका रही.