Jamtara : झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों पर दिये बयान के विरोध में मंगलवार को जिलेभर के प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों ने काले बिल्ले लगाकर स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आहवान पर शिक्षकों ने काले बिल्ले लगाकर विद्यालय के कार्य का निष्पादन किया. इस दौरान उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोहारंगी में करीब ढाई बजे अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षक जमा होकर विरोध जताया. शिक्षकों ने वित्त मंत्री के बयान की आलोचना की. मौके पर संघ के राज्य उपाध्यक्ष बाल्मीकि कुमार ने कहा कि वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव द्वारा सरकारी शिक्षकों एवं विद्यालयों के विरोध में कहा था कि प्राइवेट स्कूल नहीं होते तो आज झारखंड में शिक्षा की गुणवत्ता संभव नहीं थी, जो सरासर शिक्षकों के समर्पण और मेहनत का विरोध है.
इसे भी पढ़ें –कंगना की बढ़ सकती है मुसीबत, अगली सुनवाई में नहीं पहुंचीं कोर्ट तो हो जायेंगी अरेस्ट
मध्य विद्यालयों में एक शिक्षक से काम चलाया जा रहा है
श्री कुमार ने कहा कि मध्य विद्यालयों में कम से कम 6 शिक्षकों का प्रावधान है, परंतु एक शिक्षक से ही विद्यालय चल रहे हैं.जबकि प्राथमिक विद्यालय में चार शिक्षकों का प्रावधान है, लेकिन एक शिक्षक से ही प्राथमिक विद्यालय चलाए जा रहे हैं. लेकिन मंत्री द्वारा व्यवस्था ना देकर शिक्षकों पर दोषारोपण करना नाइंसाफी है. शिक्षकों को शिक्षण कार्य छोड़कर अन्य सभी कार्यों में लगा दिये जाते हैं. इस अवसर पर जिला प्रवक्ता एस एम इमाम, जिला उपाध्यक्ष राकेश रौशन, अजय सिंह, दिनेश करमाली, राजेश कुमार, नन्दलाल सोरेन, राजीव रंजन उपस्थित थे.