Jamtara: फतेहपुर प्रखंडन्तर्गत पालाजोरी पंचायत स्थित सुगनीवासा गांव में एक ऐसा परिवार है, जिसके पास घर बनाने के लिए एक इंच जमीन उपलब्ध नहीं है. ये हैं सुगनीवासा गांव के सिंघो हेम्ब्रम व जमनी मरांडी. जमीन नहीं होने से प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति मिलने के बाद भी आवास का निर्माण नही कर पा रहे हैं. फिलहाल सिंघो हेम्ब्रम का पूरा परिवार गोचर भूमि पर एक छोटी सी झोपड़ी बनाकर रह रहा है.
सिंघो हेम्ब्रम व जमनी मरांडी ने कहा कि वे भूमिहीन हैं. इस गांव में साल 2009 से रह रहे हैं. वे माल्हार जाति के हैं. उनके परिवार में कुल बारह सदस्य हैं. उनके तीन लड़के हैं और तीनों की शादी हो चुकी है. हम सभी एक ही झोपड़ी में किसी तरह रहते हैं. बरसात और कड़ाके की ठंड के मौसम में इन्हें हड़कंपाती ठंड का सीतम सहना पड़ता है. गर्मी में इधर उधर खुले मैदान में अथवा पेड़ के नीचे सोना पड़ता है.
उनका राशनकार्ड बना हुआ है. इससे राशन डीलर से चावल मिल जाता है. लेकिर समस्या घर को लेकर है. वे झोंप़ड़ी में रहने को विवश हैं. गांव के प्रधान से भी कह चुके हैं. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है. सवाल यह है कि उन्हें उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा.
उपविकास आयुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि सिंघो हेम्ब्रम व जमनी मरांडी को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किया गया है. परंतु उक्त परिवार के पास घर बनाने के लिए जमीन नही है. इस कारण अंचलाधिकारी को जमीन उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया है.
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