Ranchi: खूंटी के मुरहू थाना के घुटघड़ही गांव की 35 वर्षीया जोहरी 2018 में हिमाचल प्रदेश में लावरिस हालत में मिली थी. मिली जानकारी के अनुसार उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है. झारखंड से वह हिमाचल प्रदेश कैसे पहुंची इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
उन्हें रेस्क्यू करने से पहले किसी के पास उनकी कोई जानकारी मौजूद नहीं थी. फिलहाल वह शिमला के मानसरोवर में एक आश्रम में रह रही है. हरियाणा के स्टेट क्राइम ब्रांच के एएसआई राजेश कुमार ने उनके परिवार को खोजने में उनकी मदद की है. इसके बाद वे उनसे संपर्क कर उन्हें परिवार तक पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं. इसके साथ ही इसकी जानकारी माइग्रेंट लेबर कंट्रोल रूम में भी दे दी है.
मुरहू प्रखंड की है जोहरी
बता दें कि जोहरी मुरहू प्रखंड की रहने वाली हैं. इनके पति का नाम सोमा मुंडा बताया जा रहा है. 6 मार्च 2018 में वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में लावारिस हालात में मिली थी. उन्हें पहले का कुछ भी याद नहीं है. वह मानसिक रूप से कमजोर भी है. पुलिस ने ग्राम प्रधान के माध्यम से इनके परिवार के बारे में जानकारी इकट्ठी करनी शुरू की. इसमें उनके परिवार के बारे में कुछ जानकारी मिली. इसके पति के अलावा इनके पांच बच्चे भी हैं.
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जोहरी के परिजन काफी गरीब हैं
जोहरी की वापसी पर उनके परिजनों ने कहा कि वे काफी गरीब परिवार से हैं. उनकी आर्थिक स्थिती इतनी अच्छी नहीं है कि वे उन्हें वापस ला सकें. अब परिजनों की उम्मीद पुलिस पर टिकी है. बता दें कि हरियाणा क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग में काम कर रहे एएसआई राजेश कुमार ने इससे पहले भी दो-तीन महिलाओं को रेस्क्यू कर अपने परिवार के पास पहुंचाया है. इस महिला को भी राजेश कुमार परिवार के पास पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं.
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