Hazaribagh: झारखंड की राजनीति में नया चेहरा बन कर उभरे जयराम महतो ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इस बाबत झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) की ओर से ”झारखंड मांगे जयराम” अभियान राज्य भर में चलाया जाएगा. इसकी जानकारी रांची में सोमवार को संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो एवं उपाध्यक्ष संजय मेहता ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि इस अभियान के तहत राज्य के करीब सवा तीन करोड़ की आबादी से सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा. अभियान का संदेश झारखंडियों को अपने हक के लिए एकजुट करना एवं लक्ष्य झारखंडियों की अपनी सरकार बनाना होगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हजारीबाग लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी एवं संगठन के उपाध्यक्ष संजय मेहता ने कहा कि झारखंड की जनता शासन-प्रशासन से परेशान हो चुकी है. बदलाव की मांग जोरों पर है. ऐसे में जयराम महतो की ओर जनता बड़ी आशा के साथ देख रही है. कहा, जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए हम पूरी ताकत के साथ इस चुनाव में भाग लेंगे और नई सरकार बना कर झारखंड की तकदीर बदलने का कार्य करेंगे. वहीं जयराम महतो ने सत्ता परिवर्तन की ओर साफ इशारा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणामों ने साफ कर दिया है कि झारखंड वासियों का उन्हें भरपूर समर्थन है. हम मतदाताओं का सम्मान करते हैं और उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि जो भी कमी रह गई उसे पूरा कर हम सरकार बनाएंगे और झारखंड वासियों के सेवक बन कर कार्य करेंगे, जिससे झारखंड का नवनिर्माण होगा.
जेबकेएसएस की विचारधारा से प्रभावित होकर जुड़ रहे हैं शिक्षित नौजवान
झारखंडी युवाओं के बीच जयराम महतो की विचारधारा तेजी के साथ फैल रही है. सोमवार को बोकारो निवासी प्रकाश कुमार ने जयराम महतो एवं संजय मेहता की उपस्थिति में संगठन का दामन थाम लिया. बताते चलें कि प्रकाश कुमार ने लंदन के इंपीरियल कॉलेज से पढ़ाई की है एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर चुके हैं. अब झारखंड में रहकर अपनी माटी की सेवा करना चाहते हैं. इस अवसर पर संगठन के उपाध्यक्ष संजय मेहता ने कहा कि हम लगातार वैसे लोगों को अपनी टीम से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं जो झारखंड के लिए कुछ अलग करने की इच्छा रखते हैं. हम पॉलिसी एंड प्लानिंग, रिसर्च एंड डेवलेपमेंट की टीम बनाकर झारखंड के नीतिगत मसलों पर समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं. हम सब वास्तव में झारखंड को विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए गंभीर हैं. राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे झारखंड के लोगों से हम संपर्क स्थापित कर रहे हैं. उनके अनुभवों का लाभ झारखंड को कैसे मिले इसपर चिंतन कर रहे हैं. कहा, आप सब साथ दीजिए. हम सब मिलकर झारखंड के लिए बेहतर करेंगे. बस एक मकसद है झारखंड का नवनिर्माण.
इसे भी पढ़ें – पूर्व मंत्री आलमगीर हेमंत के फ्लोर टेस्ट में नहीं हुए शामिल, कोर्ट से याचिका वापस ली
Leave a Reply