LagatarDesk : अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस मंगलवार को अंतरिक्ष की यात्रा कर वापस लौट आये. बेजोस ने एक नया इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही बेजोस स्पेस ट्रैवल करने वाले दूसरे अरबपति बन गये. करीब 11 मिनट में ये यात्रा पूरी हुई. जेफ बेजोस के साथ 3 और यात्री थे. इनमें एक उनके भाई मार्क, 82 साल की वैली फंक और 18 साल के ओलिवर डेमेन शामिल हैं.
चार मिनट तक टीम ने जीरो ग्रैविटी का लिया आनंद
जेफ बेजोस सहित चार यात्री स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन के रॉकेट न्यू शेफर्ड से गये थे. इसकी लॉन्चिंग 20 जुलाई की शाम 6.45 बजे वेस्ट टेक्सास के ब्लू ओरिजिन लॉन्च साइट वन से की गयी. बेजोस और उनके साथी धरती से 105 किमी ऊपर अंतरिक्ष तक गये और चार मिनट तक शून्य गुरुत्वाकर्षण का मजा लिया.
पूरी टीम वापस लौटकर किया सेलिब्रेशन
उसके बाद पूरी टीम शाम 6.52 मिनट पर सुरक्षित लौट आयी. कैप्सूल से निकलने के बाद जेफ बेजोस ने वैली फंक को जोर से गले लगाया. इसके बाद जेफ ने कहा कि ये मेरे जीवन का सबसे बेहतरीन दिन था. शाम 7.08 मिनट में सभी यात्री कैप्सूल से बाहर निकले और अंतरिक्ष यात्रियों को उनके परिजनों ने बधाई दी. पूरी टीम ने शैंपेन की बोतल खोलकर सेलिब्रेशन किया.
5 बजे से ही लैंडिंग की हो रही थी तैयारियां
शाम के 5 बजे जेफ बेजोस, उनके भाई मार्क, वैली फंक और ओलिवर डैमेन लॉन्च टावर में पहुंचे और लॉन्चिंग की तैयारियों की. 5 बजकर 40 मिनट में लॉन्च पैड के चारों तरफ हेलिकॉप्टर उड़ रहे थे. ताकि सुरक्षा के हिसाब से निगरानी की जा सके. इसके अलावा वैज्ञानिक रॉकेट के चारों तरफ निगरानी कर रहे हैं कि सब सही है या नहीं. 5.48 में लॉन्च टॉवर से अंतरिक्ष यात्री रॉकेट की तरफ गये.
कैप्सूल रॉकेट से तीन गुना स्पीड से गया अंतरिक्ष में
6 बजे बेजोस के साथ सभी अंतरिक्ष यात्री न्यू शेफर्ड कैप्सूल में पहुंचे. 6.20 मिनट में चारों अंतरिक्ष यात्री न्यू शेफर्ड कैप्सूल में बैठे और हैच को बंद कर दिया गया. है. फिर कैप्सूल रॉकेट से तीन गुना अधिक स्पीड से अंतरिक्ष में गया.
अपोलो 11 की भी इसी दिन चांद में हुई थी लैंडिंग
आपको बता दें कि इसी दिन अपोलो 11 स्पेसशिप के जरिए एस्ट्रोनॉट्स नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज एल्ड्रिन आज से ठीक 52 साल पहले 1969 में चांद पर पहुंचे थे. 20 जुलाई को अपोलो 11 के लैंडिंग की 52 साल पूरे हो गये. इसलिए जेफ बेजोस ने यह तारीख चुनी थी.
वैली फंक बनीं सबसे बुजुर्ग महिला अंतरिक्ष यात्री
इस यात्रा में सबसे कम और सबसे ज्यादा उम्र के अंतरिक्ष यात्री स्पेस टूरिज्म पर गयीं. यह अंतरिक्ष उड़ान के इतिहास की पहली ऐसी फ्लाइट थी, जिसमें इस तरह का नया प्रयोग किया गया. इस टीम में सबसे बुजुर्ग महिला 82 वर्षीय वैली फंक भी थी. ये सबसे बुजुर्ग अंतरिक्ष यात्री बन चुकी है.
हफ्तेभर पहले ब्रैन्सन गये थे स्पेस में
इससे एक हफ्ते पहले 11 जुलाई को ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैन्सन के वर्जिन स्पेस शिप यूनिटी स्पेसप्लेन की फ्लाइट सफल रही थी. वे 85 किमी तक गये थे. खास बात यह है कि ब्रैन्सन के साथ भारतीय मूल की सिरिशा बांदला गयी थीं. वहीं बेजोस का न्यू शेपर्ड रॉकेट बनाने वाली इंजीनियरों की टीम में महाराष्ट्र के कल्याण की 30 साल की संजल गवांडे भी शामिल थीं.