- तय समय पर काम कराने के लिए जुडको ने किया बीडर्स का सम्मेलन
Ranchi: झारखंड के 18 नगर निकायों में पेयजल परियोजनाओं के लिए 2300 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे. इससे 10 लाख से अधिक शहरी आबादी को पेजयल उपलब्ध होगा. वर्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक, राज्य सरकार और अमृत योजना के तहत इन परियोजनाओं के लिए कर्ज और अनुदान देंगे. योजनाओं का काम तय समय पर कराने को लेकर शुक्रवार को जुडको के सभागार में देश-विदेश के बीडर्स कंपनियों का सम्मेलन आयोजित किया गया.
बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध
बीडर्स को संबोधित करते हुए राज्य शहरी विकास प्राधिकार (सूडा) के निदेशक अमित कुमार ने कहा कि नगर विकास विभाग शहरी नागरिकों से संबंधित बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है. तय समय सीमा में सभी योजनाओं को पूरा भी किया जायेगा. हर शहरी नागरिक को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि भविष्य में योजनाओं को पूरा करने के लिए मानव संसाधन का क्षमता विकास भी किया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि बिना अच्छी बिडर्स कंपनियों की अच्छी परियोजनाओं की कल्पना नहीं की जा सकती.
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परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बीडर्स को जानकारी दी
जुडको के उप महाप्रबंधक आलोक मंडल ने एशिया विकास बैंक की मदद से तीन शहरी निकायों गुमला, लोहरदगा और जामताड़ा में प्रस्तावित शहरी पेयजलापूर्ति योजनाओं की जानकारी दी. इन योजनाओं पर कुल 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे. जुडको के उप परियोजना निदेशक उत्कर्ष मिश्र ने वर्ल्ड बैंक, अमृत और राज्य सरकार की मदद से 15 नगर निकायों में संचालित होने वाली परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बीडर्स को जानकारी दी. इस योजना में बड़की सरैया, धनवार, डोमचांच, कपाली, छतरपुर, हरिहरगंज, वंशीधर, महागामा, बड़हरवा, रेहला और विश्रामपुर शहरी निकाय शामिल हैं.
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