Ranchi: झारखंड में कोविड टीकाकरण की गति धीमी है. राज्य के 9 जिले टीकाकरण में पिछड़ गए हैं. ऐसे में पिछड़े जिलों के डीसी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने वार्ता की. जिसमें झारखंड के 9 जिलों के उपायुक्त के साथ संबंधित जिले के सिविल सर्जन भी मौजूद रहे. इस दौरान कई बिंदुओं पर चर्चा हुई है. टीकाकरण की गति बढ़ाने को लेकर अब यह फैसला लिया गया है कि राशन दुकानों पर भी टीकाकरण की व्यवस्था की जाए. साथ ही राजनीतिक व्यक्ति की भूमिका को बढ़ाने पर चर्चा हुई है.
वहीं टोली बनाकर सर्वे कर टीकाकरण का काम करने पर भी चर्चा हुई है. इन सब के अलावे हाट बाजार में भी टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया. साथ ही धर्म गुरुओं का सहयोग लेने और प्रतिदिन तीन जिले, प्रखण्ड और पंचायत जहां अधिकतम टीकाकरण हुआ है इसकी घोषणा करने पर भी चर्चा हुई.
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राष्ट्रीय औसत से कम है झारखंड में टीकाकरण की रफ्तार
वहीं कोविड वैक्सीनेशन में झारखंड का औसत राष्ट्रीय औसत से कम है. पहली डोज का राष्ट्रीय औसत 76 प्रतिशत है. जबकि झारखंड का औसत 62.55% है. वहीं सेकंड डोज का राष्ट्रीय औसत 25 प्रतिशत के विरुद्ध झारखंड में 23.68 प्रतिशत ही टीकाकरण हुआ है.
राज्य के डेढ़ करोड़ लोग ले चुके हैं वैक्सीन की पहली डोज
झारखंड में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 1 करोड़ 50 लाख 86 हजार 699 लोगों ने ले ली है. जबकि सेकंड डोज लेने वाले लोगों की संख्या 57 लाख 12 हजार 671 है. अब तक राज्य को 2 करोड़ 7 लाख 99 हजार 296 डोज केंद्र के द्वारा उपलब्ध किया गया है.
हर घर टीकाकरण अभियान की हुई शुरुआत
कोविन पोर्टल पर सेकंड डोज लेने वाले लोगों की दूसरी डोज बाकी होने पर हर घर टीम भेजकर टीकाकरण करवाया जाएगा. इसके लिए 3 नवंबर से विशेष अभियान की शुरुआत हो गई है. वहीं सुदूर, दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में घर-घर टीकाकरण के लिए टीका एक्सप्रेस वाहन का भी संचालन किया जा रहा है. पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज, देवघर गिरीडीह, लातेहार, गढ़वा तथा पश्चिमी सिंहभूम जिले में स्पेशल वैक्सीनेशन ड्राइव का आयोजन भी किया गया है.
राज्य में वैक्सीन की इतनी डोज उपलब्ध है
कोवैक्सीन डोज- 6,97,370
कोविशिल्ड डोज- 27,63,570
कुल डोज- 34,60,940
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