Ranchi: पुलिस की कार्रवाई के बाद भी झारखंड में सायबर अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसी को देखते हुए झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा आम लोगों को जागरूक करने की पहल की है. इसके लिए झारखंड पुलिस ने 36 पेज की जागरूकता पुस्तक जारी की है. इसमें साइबर क्राइम के कारण व उससे बचाव की जानकारी दी गयी है.
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हर किसी की पहुंच साइबर स्पेस तक
लोगों के जीवन में ब्राडबैंड और स्मार्टफोन की सस्ती उपलब्धता के बाद लगभग हर किसी की पहुंच साइबर स्पेस तक हो गई है. जो दुनियाभर में लगभग करोड़ों ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं को जोड़ता है. साइबर स्पेस के बढ़ते उपयोग ने साइबर क्राइम के खतरों को बढ़ा दिया है. डिजिटल जीवन के प्रबंधन में मामूली चूक और लापरवाही साइबर अपराधियों के लिए दरवाजे खोल सकती है और इससे लोगों वित्तीय नुकसान, प्रतिष्ठा का नुकसान, मानसिक उत्पीड़न आदि हो सकता है.
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सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत
लोगों के द्वारा डिजिटल दुनिया में वित्तीय लेन-देन, सोशल नेटवर्किंग, गेम खेलने या इंटरनेट पर चीजें खोजने आदि से जुड़ते समय सतर्कता और सावधानी बरतना चाहिए. पुलिस मुख्यालय से जारी पुस्तिका में दी गई जानकारी का उद्देश्य नागरिकों में विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध, जो उन्हें प्रभावित कर सकते हैं, के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाना तथा खुद को उससे सुरक्षित रखने के लिए कुछ उपायों के बारे में जानकारी देना है.