Ranchi : झारखंड पुलिस ने हाल के वर्षों में आधुनिकीकरण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. सूबे के थानों की सूरत बदली है. पुलिकर्मियों को अत्याधुनिक हथियार और संसाधन मिले हैं. लेकिन झारखंड पुलिस के वायरलेस विभाग की बात करें तो पुलिस आधुनिकीकरण का कोई खास असर यहां देखने को नहीं मिल रहा है. राज्य पुलिस का यह महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान पूरी तरह उपेक्षा का शिकार है. यह हम नहीं, यहां के हालात कह रहे हैं. राज्य गठन के बाद यहां साल 2021 में सिर्फ 89 वायरलेस सब इंस्पेक्टर की नियुक्ति हुई थी. इसके बाद से अबतक वायरलेस विभाग में एक भी नियुक्ति नहीं हुई है. नतीजतन आज यहां वायरलेस कर्मियों की भारी किल्लत हो गयी है. बताया जा रहा है कि वायरलेस ऑपरेटर कांस्टेबल के 700 से अधिक पद खाली हैं. वहीं टेक्निकल ऑपरेटर भी केवल आठ से दस ही बचे हैं. पदों के खाली रहने के कारण कामकाज पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है.
पुलिस वायरलेस सिस्टम को आधुनिक बनाने के लिए भेजा गया प्रस्ताव विचाराधीन
गृह विभाग को पिछले वर्ष पुलिस वायरलेस सिस्टम को आधुनिक बनाने के लिए तीन वर्षीय योजना का प्रस्ताव भेजा गया था. इसमें 5417 डिजिटल वीएचएफ सेट हाय बैंड सेट, 4304 डिजिटल वीएच सेट, 48 डिजिटल वीएचएफ रिपीटर सेट, 256 एचएफ सेट स्टेटिक और 345 एचएफ मैनपैक सेट खरीदने का प्रस्ताव था. लेकिन यह प्रस्ताव अब तक विचाराधीन है.
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